मामले में सरदार पटेल मार्ग निवासी अर्पण चौपड़ा ने बताया कि उनके मोबाइल पर पिछले दिनों कई ब्लैंक मैसेज आए। उसके बाद ठगों ने कॉल किए। पीड़ित ने एक भी कॉल रिसीव नहीं किए और उन्हें ब्लॉक करते रहे। फिर निजी बैंक द्वारा कॉल कर उन्हें रुपए ट्रांसफर करने की सूचना दी, खाते में गड़बड़ी का पता चला। चौपड़ा ने अपने खाते की डिटेल देखी तो बिना ओटीपी उनके खाते से 28 जून को 1 रुपया और 29 तारीख को पहली बार में 51 हज़ार, दूसरी बार में 700 रुपए की निकासी सामने आई। शंका पर उन्होंने अपने अन्य बैंक खातों को चेक किया तो उनसे भी 95 हज़ार और फिर 3 हज़ार रुपए की निकासी की जानकारी हुई।
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इतना ही नहीं, ठग ने खुद को बैंककर्मी बताकर फोन किया और उनके एटीएम कार्ड के नम्बर बताकर ब्लॉक करने को कहा। जब चौपड़ा ने उससे बहस की, तो ठग ने खाते का बैलेंस बताते हुए वह राशि भी उड़ाने की धमकी दी और राशि इधर-उधर कर दी। अलग-अलग खाते से कुल 1 लाख 60 हज़ार रुपए की ठगी होने पर उसने पुलिस से शिकायत की। पीड़ित के अनुसार उसके खाते से राशि कृष्णा सतीश नामक व्यक्ति के खाते में जमा हुए और जो झारखंड के भानसरा क्षेत्र के एटीएम से विड्रॉल होने पाया गया है।