इसके बाद पुलिस ने पूरी जानकारी देने को कहा। अभ्यर्थी ने स्वयं ही अपने सभी दस्तावेज पुलिस के हवाले कर दिए और बताया कि किस तरह से वह दलाल के संपर्क में आया और कितने रुपए में सौदा हुआ। इसके बाद पुलिस ने कुछ सवाल किए और सभी पत्रावलियां जब्त की। उल्लेखनीय है कि पुलिस का एक्शन देख उन लोगों की सांसें अटकने लगी हैं जिन्होंने बिना परीक्षा दिए ही पैसे के बूते पर नौकरी पाई है।
आरोपी के खुद सामने आने के बाद जांच टीम को वह भी जानकारी मिल गई, जो मुश्किल से पता लगती। एक आरोपी के सामने आने से और आरोपियों के बारे में पुलिस को पता चला है। अभी कुछ और आरोपी के सामने आने की उम्मीद है।
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‘सच बताएंगे और सरेंडर करने पर पुलिस का सॉफ्ट कॉर्नर रहता है’
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने कहा कि भर्ती परीक्षाओं में बडे स्तर पर गड़बड़ी सामने आ रही है। पुलिस टीम पूछताछ के साथ ही आवश्यक सबूत जुटा रही है। कड़ी से कड़ी जुड़ रही है और एक भी आरोपी बच नहीं पाएगा। एक अभ्यर्थी खुद ही पुलिस के पास पहुंचा है। यदि और भी आरोपी स्वयं सामने आएंगे तो उनके लिए और पुलिस दोनों के लिए फायदा होगा। पूरा सच बता देंगे तो सभी दलाल का भी पर्दाफाश किया जा सकेगा। दलालों तक भी पुलिस के हाथ पहुंचेंगे। जांच में सहयोग मिलेगा तो जल्द परिणाम भी सामने आएंगे। जो सरेंडर करेगा उसके लिए पुलिस का सॉफ्ट कॉर्नर हमेशा ही रहता है।