उसने सल्लोपाट क्षेत्र के एजेंट के जरिए यह कारस्तानी की थी। पुलिस ने उसे भी जेल से इस केस में धरा है। पुलिस के अनुसर प्रकरण में गत 30 जून को कार्यवाहक जिला शिक्षा अधिकारी मावजी खांट ने रिपोर्ट दी थी। इस पर गांगड़तलाई ब्लॉक के ढालर का निवासी दीपक कुमार पुत्र लालजी परमार, कुशलगढ़ तहसील के भाटमहुड़ी के निवासी कांतुसिंह पुत्र हलिया डामोर, टिमेड़ा बड़ा के आमलीपाड़ा का निवासी रमेश पुत्र पूंजा बारिया सुखेड़ा, पालीबड़ी निवासी दिनेशचंद्र अड़ पुत्र करमा अड़ और बागीदौरा क्षेत्र खाखरवा, पिंडारमा निवासी शिवलाल पुत्र वालू चरपोटा को नामजद किया था। इन्होंने अपने एवज में दूसरे को परीक्षा दिलवाई और उत्तीर्ण होकर हाल ही में तृतीय श्रेणी अध्यापक पद पर पदस्थापन हासिल किया।
मामले में डीएसपी कुशलगढ़ शिवन्यासिंह के निर्देशन में गठित टीम ने 34 वर्षीय आरोपी दीपक कुमार परमार को धरा। वह राजकीय प्राथमिक विधालय कढवाली कला पुलिस थाना पाटन में नियुक्त था। उसे कोर्ट में पेश कर 5 अगस्त तक पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई, तो रीट-2021 के परीक्षा केंद्र में डमी केंडीडेट एजेंट सल्लोपाट इलाके के हांडी निवासी एजेंट सेवालाल पुत्र कीका ने मदद देकर डमी बैठाया और चयन कराया बताया।
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अन्य मामले में न्यायिक हिरासत में चल रहे सेवालाल को जेल से प्रोडक्शन वारंट के जरिए गिरफ्तार किया। इनसे पुलिस की पूछताछ जारी है। कार्रवाई दल में सीआई सवाईसिंह, हैड कांस्टेबल सोहनलाल, कांस्टेबल दिनेशचंद्र, राहुल और सतीशकुमार शामिल थे।डमी अभ्यर्थी बैठाकर पीटीआइ बनने का एक और मामला दर्ज
शारीरिक शिक्षक भर्ती परीक्षा-2022 में डमी अभ्यर्थी बैठाकर पीटीआइ बनने का मामला सामने आया है। आरोपी ने जब परीक्षा का आवेदन किया, तब छत्तीसगढ़ के एक विश्वविद्यालय से बीपीएड करना बताया, जब नौकरी लगने पर दस्तावेज सत्यापन के लिए सौंपे तो उनमें मध्यप्रदेश के एक विश्वविद्यालय की डिग्री दी। स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने पीटीआइ बने बांसवाड़ा के रैयाना निवासी विमल पाटीदार के खिलाफ इस संबंध में मामला दर्ज किया। यह भी पढ़ें