साधना में जीओ जीवन
सुमतिनाथ जैन मंदिर बाहुबली कॉलोनी में प्रातः भगवान का पंचामृत अभिषेक, शांतिधारा एवं मुनिसुव्रतनाथ जिनालय में घी की शांतिधारा आर्यिका प्रशस्तमति माताजी के सानिध्य में हुई। वासुपूज्य भगवान के मोक्ष कल्याणक पर निर्वाण लाडू मांगलिक भवन में आर्यिका के सानिध्य में चढ़ाया गया। उन्होंने पर्युषण पर्व के दसवें दिन ब्रह्मचर्य धर्म दिवस पर कहा कि ब्रह्मचर्य की साधना बड़ी कठिन होती है। ब्रह्म आत्मा का आत्मरमण है। जीवन को भोग में नहीं योग में लगाने के साथ साधना में लगाओ। प्रवक्ता महेंद्र कवालिया ने बताया आर्यिका के सानिध्य में सीमा व करिश्मा दीदी ने प्रतिक्रमण कराया। रात्रि को महाआरती, सुमतिनाथ नवयुवक मंडल की ओर से डांडिया रास हुआ। संचालन महिपाल शाह एवं शैलेंद्र कोठारी ने किया। शनिवार को प्रातः 7:30 बजे मंदिर शिखर पर ध्वजारोहण होगा। इसके बाद तपस्वी का पारना, मांगलिक भवन एवं 9 बजे श्रीजी की शोभायात्रा निकाली जाएगी।
यहां भी आयोजन
आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर मोहन कॉलोनी में विविध अनुष्ठान हुए। उमंग भैया के निर्देशन में पंचामृत अभिषेक व शांतिधारा का लाभ अशोक जैन ने लिया। प्रात: आरती दिनेश कुमार नश्नावत व सांय आरती राकेश रजावत ने की। ध्वजारोहण का लाभ सोहनलाल मेहता को मिला। निर्वाण लाडू पोपटलाल कोठारी ने अर्पित किया। ध्वज परिवर्तन सुनील कुमार नश्नावत, पूजन विधान महावीर गंगावत ने किया। विधान विर्सजन का लाभ लोकेन्द्र नश्नावत ने लिया। अध्यक्ष पवन कुमार नश्नावत ने बताया कि रात्रि में समाज के प्रतिभावना विद्यार्थियों का बहुमान किया गया। रथोत्सव का आयोजन रविवार दोपहर बाद तीन बजे होगा। आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर गांगड़तलाई में उल्लास के साथ सांगानेर के सम्यक भैया के सानिध्य में उत्तम ब्रह्मचार्य धर्म व वासुपूज्य भगवान का निर्वाण कल्याणक मनाया। प्रथम अभिषेक का लाभ जिगर दोसी एवं प्रथम शांतिधारा करने का लाभ राहुल शेरगढ़ व अंकुश शाह व द्वितीय शांतिधारा करने का लाभ निष्काम अंकुश शाह को मिला। निर्वाण लाडू सीमा अंकुश शाह ने चढ़ाया। इसके उपरांत देव, शास्त्र, गुरु, वासुपूज्य भगवान, नव देवता, सोलह कारण, दस लक्षण व ब्रह्मचर्य धर्म, रत्नात्रय की पूजा पढ़ी गई। शाम को आकिंचन धर्म पर प्रवचन व सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ।