दरअसल कहानी एक फरवरी के शाम चार बजे से शुरू होती है। कहानी में तीनों किरदार 18 साल से कम उम्र के हैं इसलिए काल्पनिक नाम लिखे जा रहे हैं। चार बजे लड़की जिसका नाम आशा है… वो अपने घर से निकली और पिता को कहा कि नजदीक ही दादी के घर पढ़ने जा रही हूं। पता चला कि वह सीधे अपने 17 साल के प्रेमी अनिल के पास चली गई। वहां से दोनो ने भागने का प्लान बनाया, लेकिन आशा ने कहा कि परिवार वाले तलाश ही लेंगे चाहे कहीं भी चले जाएं। उसके बाद जो प्लान बनाया वह तो रौंगटे खड़े कर देने वाला था।
फिर दूसरा प्लान बना कि अपने जैसी ही कद काठी वाली किसी दूसरी लड़की को मार दिया और उसे खुद के कपड़े पहना दिए जाएं। उसके बाद उसकी लाश ठिकाने लगा दी जाए। लाश मिल भी जाएगी तो परिवार वाले खुद ब खुद मरा समझ लेंगे। ऐसा ही किया गया। प्लान को अंजाम देने के लिए आशा ने अपनी खास और पक्की सहेली अनिता को बुलाया। अनिता भी रात नौ बजे घर से निकली और कहा कि पढ़ाई के काम से जा रही हूं। आशा ने पहले ही अनिता को कहा था कि वह आशा का नाम लेकर घर से नहीं निकले और पढ़ाई का बहना बना दे….। अनिता ने ऐसा ही किया।
उसके बाद अनिता अपनी सहेली आशा से मिलने आई। उसे आशा के प्रेमी के बारे में पता तो था लेकिन उस दिन अनिता से आशा ने अपने प्रेमी अनिल से मिलवा ही दिया। उसके कुछ ही देर के बाद आशा ने अनिल के साथ मिलकर अनिता को मार दिया। उसके चेहरे पर 15 से ज्यादा चाकू मारे। ताकि चेहरा बिगड़ जाए। हाथ की नस काट दी ताकि लोग समझे आशा ने सुसाइड किया है। उसके बाद अनिता को आशा ने खुद के कपड़े पहनाए और लाश को कुएं में फेंक दिया।
अब उधर आशा के परिवार वाले आशा का इंतजार कर रहे थे और उधर अनिता के परिवार वाले उसका इंतजार कर रहे थे कि बेटी घर नहीं आई। पुलिस को सूचना दी गई। दो फरवरी से पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की। जांच आगे बढ़ी तो पुलिस को शव मिला। पता चला कि यह आशा का शव है। आशा के परिवार को सूचना दी तो वे लोग दंग रह गए। वे भी अपनी बेटी को तलाश रहे थे। उसके बाद आशा के मोबाइल नंबर की जांच पड़ताल की गई तो लोकेशन गांधी नगर, गुजरात मिली।
वहां पहुंचे तो पता चला कि आशा तो जिंदा है और अनिल के साथ रह रही है। कल शाम इस केस का खुलासा हुआ तो पुलिस ने बताश कि आशा ने खुद को मरा बताने के लिए अपनी सहेली को ही मार दिया। दोनो की कद काठी एक सी थी। इसी कारण चेहरा खराब कर जान ले ली। लेकिन मामला ज्यादा दिन तक नहीं टिका। अब एक गलत काम के लिए एक साथ तीन परिवार बर्बाद हो गए हैं। आशा से पता चला कि प्रेमी के साथ रहने के लिए उसने कई ऐपिसोड देखे क्राइम पैट्रोल के, वहीं से आईडिया आया और सहेली को मार दिया।