डिस्पेंसरी का ताला तोड़कर किया उपचार
वहीं दूसरी ओर घटनास्थल से करीब 250 मीटर की दूरी पर सिटी डिस्पेंसरी है। लोगों ने यहां के डॉक्टर से बातचीत की और रात में ही डिस्पेंसरी का ताला तोड़कर ओआरएस आदि निकालकर उपचार करना शुरू कर दिया। हालांकि कुछ देर में तीन डॉक्टरों की टीम भी यहां पहुंच गई और 105 लोगों का कुल उपचार किया गया है। सीएमएचओ डॉक्टर हीरालाल तबीयत ने बताया कि अभी तक करीब 400 लोग महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचे थे इनमें से करीब 100 लोग अभी भी भर्ती हैं।
पुलिस देर रात पहुंची अस्पताल
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस के साथ ही जिला प्रशासन के तमाम अफसर महात्मा गांधी अस्पताल में रात 4:00 बजे के आसपास पहुंचे। हालांकि कुछ अधिकारी 2:00 बजे ही अस्पताल पहुंच गए थे। वहीं घटना को लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं। सीएमएचओ ने बताया कि सैंपल के लिए भी कहा है यदि संभव हुआ तो सैंपल की जांच करवाएंगे। वहीं अंजुमन इस्लामिया के सदर शोएब खान ने बताया कि यह घटना 12:00 बजे के आसपास की है। दरअसल धार्मिक जुलूस के दौरान समाज के लोगों ने छबील लगाया था जिसका शरबत पीने से बच्चे, औरतें व बुजुर्ग सभी बीमार पड़ गए। सभी को महात्मा गांधी अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।