नम्मा मेट्रो की येलो लाइन यानि आरवी रोड से बोम्मसंद्र तक रीच-5 लाइन के चालू होने की राह में सबसे बड़ा रोड़ा डिब्बे उपलब्ध नहीं होना है। बीएमआरसीएल को अभी तक इसके लिए सिर्फ छह डिब्बों वाला एक रैक ही मिला है, जिसका उपयोग टैस्टिंग के लिए किया जा रहा है।
बीएमआरसीएल का कहना है कि उसे इसी साल नवंबर-दिसंबर अर्थात अगले तीन महीने में 3 ट्रेन सैट उपलब्ध होने की उम्मीद है। बताया जा रहा है कि तीन ट्रेन सैट उपलब्ध होने के बाद दिसंबर में मेट्रो रेल संरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) का निरीक्षण होने की संभावना है। इसके बाद बेहद सीमित क्षमता के साथ जनवरी 2025 तक 3 ट्रेन सैट के साथ इस लाइन को चालू करने का लक्ष्य रखा गया है।
आरवी रोड से बोम्मसंद्र तक की दूरी तय करने में मेट्रो को 30 मिनट का समय लगेगा। केवल 3 ट्रेन सैट के साथ इस लाइन पर ट्रेन की आवृत्ति कितनी कम होगी, साफ जाहिर है। हालांकि, बीएमआरसीएल को उम्मीद है कि उसे अगस्त 2025 तक सभी 15 ट्रेन सेट मिल जाएंगे। उसके बाद इस लाइन पर पूरी क्षमता से मेट्रो का परिचालन शुरू हो पाएगा। लेकिन उसके साथ बहुत सारी अन्य किंतु परंतु वाली स्थितियां जुड़ी होंगी और बीएमआरसीएल के बेहद खराब ट्रैक रेकॉर्ड को देखते हुए, अंतिमि रूप से कुछ भी कहना बेहद कठिन है।