स्थानीय लोगों के मुताबिक, हाथी करीब तीन घंटे तक बैरिकेड के बीच फंसा रहा। हाथी को देखने के बाद स्थानीय लोगों ने वन विभाग को सूचना दी। सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन की मदद से हाथी को सुरक्षित निकाला गया।
वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, इस हाथी को पहले भी पकड़ा गया था और उसे रेडियो कॉलर लगाया गया था। उसकी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए उसे वन क्षेत्र में छोड़ दिया गया था लेकिन उसके बाद भी वही हाथी भोजन की तलाश में बार-बार गांवों में आता रहा।