साध्वी मयंकप्रभा ने कहा कि क्षमा दो दिलों को जोडऩे का काम करती है। साध्वी दक्षप्रभा ने गीतिका की प्रस्तुति दी। साध्वी मेरूप्रभा ने संचालन किया। कार्यक्रम की शुरुआत कन्या मंडल के मंगलाचरण से हुई। चन्दमल बोहरा, प्रकाश भंसाली, विनोद भंसाली, सभा अध्यक्ष नरेंद्र दक, मंत्री महावीर भंसाली, तेरापंथ युवक परिषद अध्यक्ष प्रवीण दक, मंत्री कमलेश गोखरू, महिला मंडल अध्यक्ष पुष्पा बाई बाफना, मंत्री पूनम बोहरा, कन्या मंडल संयोजिका निधि कोठारी उपस्थित थे।
क्षमापना मोबाइल से नहीं, दिल से करें: मुनि अर्हत कुमार
बेंगलूरु. क्षमापना दिवस पर तेरापंथ भवन गांधीनगर में मुनि अर्हत कुमार ठाणा 3 के सान्निध्य में तेरापंथी सभा अध्यक्ष कमल सिंह दुगड़ के नेतृत्व में सभी तेरापंथ संस्थाओं के अध्यक्ष, मंत्री एवं श्रावक समाज ने मुनि से व आपस में क्षमायाचना की। मुनि ने सम्पूर्ण श्रावक समाज से क्षमायाचना करते हुए कहा कि सभी शास्त्रों का सार व धर्म का निचोड़ उपशमभाव है। क्षमा वीरों का आभूषण है । जो इस आभूषण को पहनता है, वही सच्चा वीर है। क्षमापना मोबाइल से नहीं दिल से करें।
सहयोगी संत मुनि भरत कुमार ने व बाल संत मुनि जयदीप कुमार ने भी विचार व्यक्त किए।
बेंगलूरु. क्षमापना दिवस पर तेरापंथ भवन गांधीनगर में मुनि अर्हत कुमार ठाणा 3 के सान्निध्य में तेरापंथी सभा अध्यक्ष कमल सिंह दुगड़ के नेतृत्व में सभी तेरापंथ संस्थाओं के अध्यक्ष, मंत्री एवं श्रावक समाज ने मुनि से व आपस में क्षमायाचना की। मुनि ने सम्पूर्ण श्रावक समाज से क्षमायाचना करते हुए कहा कि सभी शास्त्रों का सार व धर्म का निचोड़ उपशमभाव है। क्षमा वीरों का आभूषण है । जो इस आभूषण को पहनता है, वही सच्चा वीर है। क्षमापना मोबाइल से नहीं दिल से करें।
सहयोगी संत मुनि भरत कुमार ने व बाल संत मुनि जयदीप कुमार ने भी विचार व्यक्त किए।