लगभग 25 साल की हथिनी रेलवे बैरिकेड को पार कर वलनुरु-त्यागथुरु में एस्टेट की सीमा में घुस आई थी। हालांकि, लौटने समय वह बैरिकेड के बीच फंस गई। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे वनकर्मियों ने बैरिकेड को हटाकर हथिनी को सुरक्षित निकाला। इसके बाद हथिनी कावेरी नदी पार कर जंगल में लौट गई।ग्रामीणों के अनुसार वलनुरु-त्यागथुरु गांव जंगली हाथियों के साथ बढ़ते आतंक से लंबे समय से परेशान है। जंगल के किनारे रेलवे बैरिकेड्स लगाए गए हैं, लेकिन हाथी बैरिकेड्स को पार कर जाते हैं और अपनी जान जोखिम में डालकर बागानों में घुस जाते हैं। ग्रामीणों ने समस्या के समाधान की मांग की है।