-जापान अगले 5 वर्षों में भारत में 5 ट्रिलियन येन का निवेश और ऋण देगा भारत जापान व्यापार शिखर सम्मेलन India Japan Business Summit (आइजेबीएस) का दूसरा संस्करण गुरुवार को आयोजित हुआ। ‘मेक इन इंडिया विद जापान, फॉर द ग्लोब’ थीम वाले इस शिखर सम्मेलन में कर्नाटक और जापान में एसएमई के बीच प्रौद्योगिकी हस्तांतरण, संयुक्त उद्यम, बाजार पहुंच और कौशल विकास को संबोधित करते हुए त्वरित सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसने दोनों देशों के लिए चुनौतियों का समाधान करने और भविष्य को फिर से परिभाषित करने वाली साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
इन्वेस्ट कर्नाटक फोरम Invest Karnataka Forum की मुख्य कार्यकारी अधिकारी गुंजन कृष्ण ने कहा कि कर्नाटक ईवी नीति लाने वाला पहला राज्य है। हम जल्द ही एक स्वच्छ गतिशीलता नीति लाने जा रहे हैं, जो न केवल इलेक्ट्रिक वाहनों बल्कि हाइड्रोजन और हाइब्रिड वाहनों को भी संबोधित करेगी। बेंगलूरु में जापानी कंपनियों के आने से, जगह की कमी हो रही है और हम चेन्नई-बेंगलूरु औद्योगिक गलियारे (बीसीआइसी) मेें दूसरा जापानी औद्योगिक पार्क Second Japanese Industrial Park बनाने की योजना बना रहे हैं। बेंगलूरु Bengaluru में जापान के महावाणिज्यदूत नाकाने सुतोमु ने कहा, यह वर्ष भारत और जापान के बीच विशेष रणनीतिक वैश्विक साझेदारी का 10वां वर्ष है। इस साझेदारी के तहत जापानी सरकार का लक्ष्य भारत में अगले 5 वर्षों में 5 ट्रिलियन येन का निवेश और ऋण जुटाना है।
वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के प्रधान सचिव डॉ. सेल्वा कुमार और बीसीआइसी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रशांत गोखलेने भी सम्मेलन में हिस्सा लिया।