इससे पूर्व मुनि हेमन्त कुमार ने कहा कि धर्मसंघ अपने नियम अनुशासन और मर्यादा के बल पर दुनिया में अपनी विशेष पहचान बनाने में सफल रहा है। मुनि ने कहा कि समय-समय पर संप्रदायवाद की बात सामने आती है जिससे हमें बचने का प्रयत्न करना चाहिए। हमें सदा स्वयं के और दूसरों के कल्याण की भावना रखने का प्रयत्न करना है।