टीम निर्धारित समय पर एनसीए परिसर पहुंची और २ बजे से मैदान में उतर गई। अभ्यास सत्र शाम ५ बजे तक चलना था, लेकिन खिलाडिय़ों ने तेज बौछार के चलते ४.१५ बजे ही मैदान छोड़ दिया। इससे पूर्व कोच फिल सिमंस के नेतृत्व में खिलाडिय़ों ने गेंदबाजी और बल्लेबाजी में हाथ आजमाए। कप्तान असगर स्तानिकजई, मोहम्मद शहजाद, मोहम्मद नबी और रहमत शाह ने बल्ले से अच्छे शॉट खेले और भारतीय गेंदबाजों का सामना करने के लिहाज से खुद को ढालने का प्रयास किया।
वहीं, गेंदबाजों में स्पिन जोड़ी राशिद खान और मुजीब उर रहमान ने बल्लेबाजों को छकाया। राशिद और मुजीब ने इंडियन प्रीमियर लीग में शानदार प्रदर्शन किया है। मुजीब ने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए ११ मैचों में ६.९९ के इकॉनोमी और २०.६४ के औसत से १४ विकेट चटकाए थे। साथ ही ये दोनों गेंदबाज भारतीय खिलाडिय़ों और मेजबानों की पिचोंं के आदी भी हो चुके हैं।
राशिद ने तो देहरादून के मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ हुई तीन टी-२० मैचों की शृंखला में बल्लेबाजों को खूब नचाया है। भारतीय टीम के लिए दोनों स्पिनर्स से विशेष चौकन्ना रहने की जरूरत है।
राज्य में मानसून प्रवेश कर चुका है। ऐसे समय में मैच के पूरे पांच दिन खेल प्रभावित होने की प्रबल संभावना है। हालांकि कनार्टक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) प्रशासन बारिश को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं है क्योंकि चिन्नास्वामी स्टेडियम की संरचना कुछ इस प्रकार है कि हवा का प्रसार पर्याप्त होता है और कुछ ही देर के लिए बारिश रुकी तो मैदान सूख जाता है। इतना ही नहीं मैदान से पानी की निकासी का तंत्र भी अत्याधुनिक है।
इस मैदान में लगा वैक्यूम-पावर्ड ड्रेनिंग सिस्टम अन्य मैदानों की अपेक्षा ३६ गुणा अधिक तीव्रता से पानी निकालता है। ऐसे में खेल के समय में अनवरत वर्षा ही चिंता का कारण बन सकती है।