2015 में रेलवे ने एडवांस रिजर्वेशन पीरियड बढ़ाया था 1 अप्रेल 2015 तक एडवांस रिजर्वेशन पीरियड 60 दिन था। तब कई लोगों ने तर्क दिया था कि रिजर्वेशन पीरियड को आगे बढ़ाने का रेलवे का उद्देश्य अतिरिक्त 60 दिनों के लिए ब्याज के साथ-साथ कैंसिलेशन की ज्यादा संख्या के माध्यम से एडिशनल रेवेन्यू कमाना है।
————– रेलवे की वेटिंग लिस्ट खत्म करने की योजनाआईआरसीटीसी ने हाल ही में कई बदलाव किए हैं, जिसमें ट्रेनों में अगले पांच से छह वर्षों के भीतर वेटिंग लिस्ट की लंबे समय से चली आ रही समस्या को खत्म करने की योजना भी शामिल है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर यात्री को एक कन्फर्म बर्थ मिले।
—————- दक्षिण पश्चिम जोनल रेलवे उपयोगकर्ता सलाहकार समिति हुब्बल्ली के सदस्य महेन्द्र सिंघी ने कहा कि इंटरनेट, ईमेल के दौर में कोई व्यक्ति चार महीने पहले आरक्षण प्लान नहीं कर सकता है। मजबूरीवश लोग 120 पहले टिकट बुक कराते थे। इस कारण 30 से 40 फीसदी टिकट बिना योजना के होने के कारण रद्द कराने पड़ते थे। रेलवे के इस निर्णय का स्वागत करते हैं। सिंघी ने प्रधानमंत्री व रेल मंत्री से सीनियर सिटीजन और मीडिया कर्मियों को मिलने वाली रियायत बहाल करने का भी आग्रह किया है।
————– ट्रेड एक्टिविस्ट सज्जनराज मेहता ने कहा कि रेलवे का यह कदम स्वागत योग्य है। आरक्षण अवधि 2 महीने पहले होने से एक मुश्त बुकिंग में निवेश की गई रकम पर ब्याज की बचत, मौसम और माहौल की सटीक जानकारी होने से व्यवस्थित योजना का खाका तैयार मिलेगा और कन्फर्म टिकट ज्यादा मिलेंगे। यात्रा टिकट रद्द करने के प्रतिशत में भारी कमी आएगी।
—————- मंडल रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति के सदस्य अश्विन सेमलानी ने कहा कि रेलवे ट्रेन टिकट आरक्षण की अवधि घटा कर साठ दिन करना स्वागत योग्य कदम है। इससे आमजन को लाभ होगा। वहीं आईआरसीटीसी को टिकट कैंसिलेशन पर भी होने वाली कमाई कम होगी।
————— राजस्थान समाज रेलवे संघर्ष समिति के अध्यक्ष प्रकाश मांडोत ने कहा कि वर्तमान में आरक्षण टिकट 120 दिन पूर्व कराए जाने से दलालों की कमाई हो रही थी। अब 60 दिन पहले आरक्षण की अवधि किए जाने से हर वर्ग को लाभ होगा। यात्रा की तिथि कोई व्यक्ति 120 दिन पहले तय नहीं कर सकता है।
—————– कर्नाटक होजरी एंड गारमेंट एसोसिएशन के संयुक्त सचिव बिशनसिंह विराणा ने कहा रेलवे बोर्ड का निर्णय स्वागत योग्य है। इससे आमजन को लाभ होगा। आरक्षण दलालों की दुकानें बंद हो जाएंगी। अग्रिम आरक्षण की अवधि 60 दिन किए जाने से मध्यम और गरीब वर्ग के लोगों को राहत मिलेगी।
——————— एफकेसीसीआई के निदेशक पहाड़ सिंह राजपुरोहित ने कहा कि 120 दिन पहले आरक्षण कराने से लोगों की राशि ब्लॉक हो जाती थी। 120 दिन पहले कोई निश्चित शेड्यूल नहीं हो सकता है। आरक्षण अवधि 60 दिन करने से आमजन को लाभ होगा। वहीं योजना सफल होगी।
——————– सीरवी समाज चिकपेट-बलेपेट के अध्यक्ष हरिराम गहलोत ने कहा कि रेलवे ने अग्रिम आरक्षण अवध 120 से घटाकर 60 दिन कर आम जन को राहत प्रदान की है। लोग अब योजना के तहत आरक्षण करा सकेंगे। वहीं कन्फर्म टिकट मिलने की संभावना बढ़ जाएगी।
—————— कर्नाटक स्टेनलेस स्टील ट्रेड एंड इंंडस्ट्री एसोसिएशन के अध्यक्ष कलाराम चौधरी ने कहा भारत सरकार का निर्णय जनहित का है। एसोसिएशन रेलवे के इस निर्णय का स्वागत करती है। इससे आमजन को अपना आरक्षण कराने में आसानी रहेगी। वहीं यात्री को अपनी आगामी योजना बनाने में मदद मिलेगी।