मंडल रेल प्रबंधक अशोक कुमार वर्मा ने बताया कि कोरोना काल में बड़ी चुनौती ऑक्सीजन को सही समय पर सही जगह पहुंचाना था। ऑक्सीजन का झारखंड, बिहार व ओडि़सा में ही उत्पादन हो रहा है। समय का दुरुपयोग किए बिना ऑक्सीजन एक्सप्रेस का परिचालन किया। यहां तक की स्टाफ बदलने वाले स्थान पर भी कम समय व्यतीत किया। मात्र ३ से ५ मिनट में स्टाफ बदला गया। ऑक्सीजन एक्सप्रेस शताब्दी एक्सप्रेस से भी अधिक गति से चली। १८८० किलोमीटर की दूरी में औसत गति ६७ किलोमीटर प्रति घंटा रिकॉर्ड की गई।