बेंगलूरु.मुनिसुव्रत स्वामी जैन श्वेताम्बर मूर्ति पूजक संघ केंटोनमेंट में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री व साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि बोलना और प्रतिक्रिया करना जरूरी है लेकिन संयम और सभ्यता का दामन नहीं छूटना चाहिए। साध्वी भव्यगुणाश्री ने अपने व्यक्तव्य में कहा कि आजाद रहिए विचारों से और बंधे रहिए संस्कारों से। साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते तो,वो ईष्र्या बन जाती है और अगर स्वीकार कर लें तो, वह प्रेरणा बन जाती है। उन्होंने कहा कि जीवन में ऐसी सोच रखिए जो खोया उसका गम नहीं, पर जो पाया है वह किसी से कम नहीं, जो नहीं है वह एक ख्वाब है, पर जो है वह लाजवाब है। उन्होंने कहा कि झूठ की रफ्तार भले ही तेज हो लेकिन मंजिल तक केवल सत्य ही जाता है। इस अवसर पर इंदरचंद बोहरा, राजमल गुलेच्छा, एस. मोहनलाल बोहरा, एन. मोहनलाल बोहरा ने अगले कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी।