बैंगलोर

मैसूरु के नवीन ने कश्मीर से कन्याकुमारी तक चलाई साइकिल

मैसूरु के युवा नवीन सोलंकी ने 255 घंटे में 10 दिन घंटे में 3758 की दूरी साइकिल पर तय कर कीर्तिमान बनाया है। नवीन ने साइकिल दौड़ 10 अक्टूबर को श्रीनगर के पोलो ग्राउंड से शुरू की थी। उनके साथ दो विदेशी साइक्लिस्ट सहित कुल 15 सदस्य थे। एक दिन में 380 मीटर तक साइकिल चलाई थी। यह उनका प्रथम प्रयास था।

बैंगलोरOct 23, 2024 / 06:17 pm

Yogesh Sharma

255 घंटे में तय की 3758 किलोमीटर की दूरी


बेंगलूरु. मैसूरु के युवा नवीन सोलंकी ने 255 घंटे में 10 दिन घंटे में 3758 की दूरी साइकिल पर तय कर कीर्तिमान बनाया है। नवीन ने साइकिल दौड़ 10 अक्टूबर को श्रीनगर के पोलो ग्राउंड से शुरू की थी। उनके साथ दो विदेशी साइक्लिस्ट सहित कुल 15 सदस्य थे। एक दिन में 380 मीटर तक साइकिल चलाई थी। यह उनका प्रथम प्रयास था।
नवीन ने इंडियन ऑयल रेस अक्रॉॅस इंडिया के तत्वावधान में कश्मीर से कन्याकुमारी तक साइकिलिंग कार्यक्रम में भाग लिया था। उन्होंने 3758 किलोमीटर की दूरी साइकिल से 10 दिनों में पूरी की। इंडियन ऑयल रेस अक्रॉस इंडिया का उद्देश्य एक अल्ट्रा-एंड्योरेंस साइकिलिंग प्रतियोगिता है जो भारत के परिदृश्य और संस्कृतियों की आकर्षक विविधता को प्रदर्शित करती है। इस दौड़ में नवीन ने 5 वां स्थान प्राप्त किया।
नवीन ने ‘पत्रिका’को बताया कि वह प्रतिदिन 18 घंटे साइकिल चलाते थे। न दिन होता था न रात होती थी। प्रतिदिन करीब 380 किलोमीटर साइकिल चलाया करते थे। इसके लिए विशेष साइकिल खरीदी गई थी। साइकिल दौड़ के दौरान उन्हें कश्मीर में सर्दी से दो चार होना पड़ा। दिल्ली में प्रदूषण से, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और आन्ध्र प्रदेश में धूप से झुलसना पड़ा। वहीं बेंगलूरु की सीमा में प्रवेश करते ही बरसात ने राह रोकने की कोशिश की। लेकिन मजबूत हौसलों के आगे बरसात भी कुछ नहीं बिगाड़ पाई। वहीं तमिलनाडु में गर्मी के साथ तेज हवा ने भी परेशान रखा। नवीन की इस यात्रा में उनके साथ लिखमाराम सोलंकी, राजू राठौड़, देव जगदीश, विनोद चोयल भी थे।
उन्होंने बताया कि साइकिल दौड़ 20 अक्टूबर को समाप्त की। श्रीनगर के पोलो ग्राउंड से शुरू हुई यह साइकिल दौड़ उधमपुर, पठानकोट, जालंधर, लुधियाना, अंबाला, नई दिल्ली, आगरा, ग्वालियर, झांसी, सागर, नरसिंहपुर, सिवनी, नागपुर,आदिलाबाद, हैदराबाद, कुरनूल, अनंतपुर, बेंगलूरु, कृष्णागिरी, सेलम, डिंडीगुल, मदुरै, तिरुनेलवेली जैसे विभिन्न शहरों से होते हुए कन्याकुमारी में समाप्त हुई। नवीन सोलंकी के पिता डीएस सोलंकी ने बताया कि वह पहले फुटबॉलर था। फिटनेस को ध्यान में रखते हुए साइकिल चलाना शुरू किय था। नवीन मूलत: राजस्थान के ब्यावर जिले के रहने वाले हैं।

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