बैंगलोर

महाराष्ट्र चुनाव में मुद्दा बनने से कर्नाटक के शराब व्यापारी नाराज

यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महाराष्ट्र के अकोला में एक चुनावी रैली में की गई टिप्पणी के बाद चर्चा में आया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर कर्नाटक में शराब दुकान मालिकों से 700 करोड़ रुपए वसूलने और उसे महाराष्ट्र और झारखंड जैसे चुनावी राज्यों में भेजने का आरोप लगाया था।

बैंगलोरNov 11, 2024 / 10:42 pm

Sanjay Kumar Kareer

अपनी शिकायत के राजनीतिकरण पर जताया कड़ा ऐतराज

बेंगलूरु. महाराष्ट्र चुनाव में अपना उल्लेख देखने के कारण कर्नाटक वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन बेहद नाराज़ है। उन्होंने अपनेी शिकायत को राजनीतिक मुद्दा बनाने पर कड़ा ऐतराज जताया है।
यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महाराष्ट्र के अकोला में एक चुनावी रैली में की गई टिप्पणी के बाद चर्चा में आया है, जिसमें उन्होंने कांग्रेस पर कर्नाटक में शराब दुकान मालिकों से 700 करोड़ रुपए वसूलने और उसे महाराष्ट्र और झारखंड जैसे चुनावी राज्यों में भेजने का आरोप लगाया था।
कर्नाटक वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन के सचिव गोविंदराज हेगड़े ने कहा, हमने सरकार से सिर्फ हमारे मुद्दों को हल करने की अपील की थी, जिसमें आबकारी विभाग को वित्त विभाग के अधीन लाने का हमारा अनुरोध और मौजूदा आबकारी मंत्री के साथ हमारी चिंताएं शामिल हैं। हमारी ओर से चुनाव के लिए पैसे देने या फंडिंग करने का सवाल ही कहां उठता है? यह गलत और बेतुका है।
हेगड़े ने कहा कि शराब व्यापारी सिर्फ 10 प्रतिशत लाभ कमाते हैं और राज्य के लिए राजस्व जुटाने में मदद के लिए कम से कम 20 प्रतिशत मार्जिन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी शिकायत को राजनीतिक मुद्दा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाना अनुचित है।
पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक जैसे कांग्रेस शासित राज्यों पर पार्टी के शाही परिवार के लिए एटीएम के रूप में काम करने का आरोप लगाया और कहा था कि चुनाव के नाम पर कांग्रेस ने कर्नाटक और तेलंगाना में अपनी वसूली दोगुनी कर दी है।

आरोप साबित करें तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा : सिद्धरामय्या

इसके जवाब में, मुख्यमंत्री सिद्धरामय्या ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री यह साबित कर दें कि कर्नाटक कांग्रेस आबकारी विभाग के घोटाले में शामिल थी, जिसमें कथित तौर पर 700 करोड़ रुपये जुटाए गए और महाराष्ट्र और झारखंड भेजे गए, तो वह राजनीति छोड़ देंगे।सिद्धरामय्या ने कहा, मैं यह देखकर हैरान हूं कि इस देश के प्रधानमंत्री इस तरह कैसे झूठ बोल सकते हैं। मैं नरेंद्र मोदी को चुनौती देता हूं। अगर वह इन आरोपों को साबित कर सकते हैं, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। लेकिन अगर वह ऐसा नहीं कर सकते, तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए।वाइन मर्चेंट्स एसोसिएशन ने हाल ही में राज्य आबकारी विभाग में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। संघ ने आबकारी मंत्री आर.बी. तिम्मापुर और उनके कार्यालय के खिलाफ भी आरोप लगाए थे, जिसमें दावा किया गया था कि वे तबादलों और प्रमुख पोस्टिंग के लिए मासिक भुगतान के बहाने शराब विक्रेताओं से रिश्वत मांग रहे थे।

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