उन्होने शनिवार को विधान सौधा में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि इस मामले की गुत्थी जल्द सुलझा ली जाएगी। इस मामले में अभी तक चार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई है। प्रमुख आरोपी नवीन कुमार है और उसने हत्या की योजना बनाने की बात पूछताछ में स्वीकारी है, लेकिन गोली चलाने वाले अलग आरोपी थे।
नवीन कुमार गोली चलाने वालों के नाम नहीं बता रहा है। हालांकि, नवीन के विरोध के कारण उसका नार्को परीक्षण नहीं कराया जा रहा। उन्होंने कहा कि विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट में गौरी और कलबुर्गी की हत्या में एक ही तरह के हथियार इस्तेमाल होने की पुष्टि हुई है। पुलिस हर कोण से जांच कर रही है और पुख्ता सबूत जुटाए जा रहे हैं।
परमश्वर ने कहा कि बेंगलूरु की आबादी अधिक होने के साथ ही अपराधिक घटनाएं भी अधिक होती हैं। इस पर नियंत्रण पाने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। हर महीने पुलिस अधिकारियों की बैठक होगी और स्थिति की समीक्षा की जाएगी। अगली बैठक 16 जून को होगी। बैठक मेें मुख्य सचिव के.रत्नप्रभा, गृह विभाग के अतिरिक्त सचिव रजनीश गोयल, पुलिस मह निदेशक नीलमणि एम.राजू, एच. सी. किशोरचन्द्र, प्रवीण सूद, एम.एन.रेड्डी, ए.एम.प्रसाद, पी. के.गर्ग, कमल पंत, एम. ए.सलीम, आर.पी.शर्मा, पुलिस आयुक्त टी.सुनीाल कुमार और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे।
कुरुबा समुदाय ने कांग्रेस पर अन्याय का आरोप लगाया
बेंगलूरु. कुरुबा समुदाय के संगठन हालुमता महासभा ने जद-एस- कांग्रेस की गठबंधन सरकार में कांग्रेस के कोटे से समाज के विधायक को मंत्री नहीं बनाने पर अन्याय का आरोप लगाते हुए समाज के विधायकों को मंत्री बनाने की मांग की है।
बेंगलूरु. कुरुबा समुदाय के संगठन हालुमता महासभा ने जद-एस- कांग्रेस की गठबंधन सरकार में कांग्रेस के कोटे से समाज के विधायक को मंत्री नहीं बनाने पर अन्याय का आरोप लगाते हुए समाज के विधायकों को मंत्री बनाने की मांग की है।
हालमता महासभा के सदस्यों ने शनिवार को यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष रुद्रण्णा गुलगुली ने एक बयान जारी कर आक्रोश जताया। उन्होंने कहा कि राज्य की आबादी के 12 फीसदी कुरुबा समुदाय के लोग राज्य के 30 जिलों में बसते हैं। 2018 के चुनाव में कांग्रेस ने टिकटों के आवंटन में भी समाज के साथ अन्याय किया इसके बावजूद कांग्रेस से इस समाज के 8 विधायक चुने गए हैं। गठबंधन सरकार में कांग्रेस को 22 मंत्री पद मिलने के बावजूद पार्टी ने कुरुबा समुदाय के किसी विधायक को मंत्री नहीं बनाकर समाज के साथ अन्याय किया है।
उन्होंने कहा कि कोप्पल से इस बार राघवेन्द्र हितनाल, कुंदगोल से सी.एस. शिवल्ली, हरिहर से एस. रामप्पा, हेब्बाल से बैरती सुरेश, के.आर. पुरम से बैरती बसवराज, होसकोटे से एमटीबी नागराज, वरुणा से यतीन्द्र सिद्धरामय्या चुनाव जीते हैं। इसके अलावा एच.एम. रेवण्णा, विवेकराव पाटिल, तथा प्रसन्न कुमार विधान परिषद के सदस्य हैं। लिहाजा कांग्रेस पार्टी के उत्तर, मध्य तथा दक्षिण कर्नाटक से इस समुदाय के तीन लोगों को मंत्री बनाकर अपनी गलती को सुधार लेना चाहिए।