ऑक्सीजन, दवाओं की आपूर्ति के लिए पांच मंत्रियों को जिम्मेदारी
शेट्टर को ऑक्सीजन आपूर्ति का प्रभार
दवाओं और बिस्तर की उपलब्धता सुनिश्चत करेंगे अश्वथ, अशोक और बोम्मई
वार रूम का नियंत्रण होगा लिंबावली के हाथ
मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले
बेंगलूरु. चामराजनगर के सरकारी अस्पताल में 23 मरीजों की ऑक्सीजन की कमी से मौत के बाद सरकार ने ऑक्सीजन, रेमडेसिविर तथा कोविड-19 की अन्य दवाओं की आपूर्ति के साथ-साथ अस्पतालों में बिस्तर आवंटन और कोविड-वार रूम की देखरेख के लिए पांच वरिष्ठ मंत्रियों को नियुक्त किया है।
राज्य सरकार ने केंद्र से यह आग्रह भी किया है कि यहां उत्पादित होने वाली ऑक्सीजन का उपयोग राज्य में ही हो सके ताकि बाहर से नहीं मंगाना पड़े। महाराष्ट्र को आपूर्ति की जाने वाली ऑक्सीजन भी राज्य में भेजने का आग्रह किया गया है क्योंकि महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में गिरावट आने लगी है। चामराजनगर जिले में २४ घंटे के दौरान ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होने से हुई दो अस्पतालों में 24 मरीजों की हुई मौत के बाद मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा की अध्यक्षता में यहां मंगलवार को हुई मंत्रिमंडल की विशेष बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले हुए।
बाद में संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 से संबंधित विभिन्न मामलों की देखरेख के लिए पांच मंत्रियों को प्रभार दिया गया है। उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टर निरंतर केंद्र सरकार के संपर्क में रहते हुए ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करेंगे। इसके अलावा स्थानीय उत्पादकों के साथ नियमित बैठकें करेंगे ताकि कमी पैदा नहीं हो।
उपमुख्यमंत्री सीएन अश्वथ नारायण को कोविड-19 अस्पतालों में रेमडेसिविर तथा अन्य दवाओं की आपूर्ति का प्रभार दिया गया है। इसके अलावा अस्पतालों में मानव संसाधन से जुड़ी समस्याओं को भी देखेंगे। कोविड-19 देखभाल केंद्रों मेंं कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने के लिए चिकित्सा और नर्सिंग के अंतिम वर्ष के छात्रों को तैनात किया जाएगा।
राजस्व मंत्री आर. अशोक और गृह मंत्री बसवराज बोम्मई को सरकारी और निजी अस्पतालों में बेड की अधिकतम उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा गया है। वन मंत्री अरविंद लिंबावली विभिन्न वार रूम और कॉल सेंटरों के प्रभारी होंगे। वे इन सभी केंद्रों की निगरानी करेंगे और कॉल सेंटरों के जरिए मरीजों को आवश्यक चिकित्सकीय सलाह देने के लिए अधिक प्रभावी बनाएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए राज्य सरकार लगातार केंद्र के संपर्क में है। पड़ोसी राज्यों से ऑक्सीजन की आपूर्ति में देर हो रही है। महाराष्ट्र में मामले कम आ रहे हैं। केंद्र से कहा गया है कि जिंदल स्टील से महाराष्ट्र को आपूर्ति की जा रही ऑक्सीजन राज्य को दी जाए। पिछले तीन दिनों से इस संदर्भ में केंद्रीय मंत्रियों से बात हो रही है। केंद्र अब इसके लिए सहमत है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से बात हुई कि राज्य में उत्पादित ऑक्सीजन का उपयोग यहीं हो सके। वे लगभग सहमत हो गए हैं और जल्द ही इस पर निर्णय करेंगे। मंत्रिमंडल ने एक लाख ऑक्सीजेनरेटर आयात करने और प्राथमिकता के आधार पर मीडियाकर्मियों के टीकाकरण के लिए फ्रंटलाइन कार्यकर्ता का दर्जा देने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार लॉकडाउन का विस्तार करेगी, उन्होंने कहा कि इस पर फैसला करने से पहले मंत्रिमंडल की एक और बैठक होगी और १२ मई की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा। सभी जिला प्रभारी बुधवार से संबंधित जिलों में पहुंचकर हालात पर नजर रखेंगे। मैसूरु तथा चामराजनगर जिलों के जिलाधिकारयों के बीच समन्वय की कमी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच राज्य के मुख्य सचिव करेंगे।