सोमवार को विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से उत्पन्न हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिले में अन्य जिलों व राज्यों से आनेवाले लोगों की वजह से कोविड-१९ का संक्रमण तेजी से फैल रहा है।
इसलिए आवश्यक है कि बाहरी लोगों का प्रवेश रोका जाए। वाहनों के चालकों व क्लीनरों की आवश्यक रूप से कोरोना जांच की जाए और उन्हें मास्क पहनने के लिए कहा जाए। कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए प्रभावी उपाय किए जाने चाहिए।
जिले की सीमा पर निगरानी व सख्ती से जांच होनी चाहिए। जो लोग कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों के संपर्क में आ चुके हैं उन्हें अवश्य क्वारंटाइन किया जाना चाहिए। रोगियों को मिले समुचित चिकित्सा
केरल में एक ९३ वर्षीय रोगी के ठीक होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह चिकित्सकों की देखभाल का ही नतीजा है कि मरीज ठीक हुआ। जिले के चिकित्सकों को इसे एक उदाहरण के रूप में लेते हुए बेहतर प्रयास करना चाहिए।
केरल में एक ९३ वर्षीय रोगी के ठीक होने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह चिकित्सकों की देखभाल का ही नतीजा है कि मरीज ठीक हुआ। जिले के चिकित्सकों को इसे एक उदाहरण के रूप में लेते हुए बेहतर प्रयास करना चाहिए।
सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति
उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन के नियमों में ढील दी है। सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए खरीदारी करनी चाहिए। किसी गांव में यदि कोविड-१९ का मामला आता है तो समूचे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर देना चाहिए। शहरी इलाकों में मरीज के घर से १०० मीटर की दूरी तक के इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार ने लॉकडाउन के नियमों में ढील दी है। सुबह सात बजे से शाम सात बजे तक दुकानों को खोलने की अनुमति दी गई है। लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करते हुए खरीदारी करनी चाहिए। किसी गांव में यदि कोविड-१९ का मामला आता है तो समूचे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर देना चाहिए। शहरी इलाकों में मरीज के घर से १०० मीटर की दूरी तक के इलाके को कंटेनमेंट जोन बनाना चाहिए।