टीकाकरण की तैयारियों पर स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने शुक्रवार शाम मीडिया को संबोधित किया और कई सवालों के जवाब भी दिए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दोनों स्वदेशी टीके पूरी तरह से सुरक्षित हैं। किसी को भ्रमित होने की जरूरत नहीं है। हालांकि, टीका लगवाना अनिवार्य नहीं है। बावजूद इसके वे चिकित्सकों और स्वास्थ्यकर्मियों से टीके के लिए आगे आने की अपील करते हैं। मंत्री ने सभी से अफवाहों से दर रहने और सरकार पर भरोसा करने की बात भी कही।
उन्होंने कहा कि कोविशील्ड वैक्सीन की 7.95 लाख और कोवैक्सीन की 20 हजार खुराक स्टॉक में है। इनका इस्तमाल दो डोज के लिए होगा। कोवैक्सीन के एक वायल में 10 मिली जबकि कोविशील्ड के प्रत्येक वायल में 5 मिली वैक्सीन होती है। दोनों स्वेदशी वैक्सीन में यही एक अंतर है। कोवैक्सीन के एक वायल से 20 जबकि कोविशील्ड के एक वायल से 10 लोगों का टीकाकरण हो सकता है। टीकाकरण में दोनों वैक्सीन का इस्तमाल होगा। लगवाने वालों के पास चुनने का विकल्प नहीं होगा। पहली डोज जिस वैक्सीन की लगेगी, दूसरी डोज भी उसी की लगाई जाएगी।
मंत्री ने बताया कि टीकों के सुरक्षित संचालन और परिवहन के लिए कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की दक्षता पर कोई संदेह नहीं है। सब कुछ नियमानुसार किया जा रहा है। दो लाख कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। टीकाकरण के लिए राज्य तैयार है। टीकाकरण के पहले और बाद में सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन होगा। टीकाकरण के बाद संबंधित व्यक्ति को 30 मिनट तक निगरानी में रखा जाएगा।
यहां बनाए केन्द्र
बेंगलूरु के विक्टोरिया अस्पताल, के. सी. जनरल अस्पताल, सी. वी. रमन अस्पताल, जयनगर जनरल अस्पताल , संत जॉन अस्पताल सहित मल्लसंद्रा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टीके लगाए जाएंगे।
पहले इनकी बारी
टीकाकरण के पहले चरण में 7,93,710 स्वास्थ्यकर्मियों का टीकाकरण होगा। इनमें आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, चिकित्सक, पैथोलॉजिस्ट, लैब तकनीशियन सहित मेडिकल, नर्सिंग और डेंटल कॉलेज के छात्र, ड्राइवर, प्रशासनिक और अनुसंधान कर्मचारी शामिल हैं।
कुछ अहम तथ्य
– 243 में से 237 केंद्रों पर कोविशील्ड और छह केंद्रों पर कोवैक्सीन लगाई जाएगी।
– पहले चरण में राजनेताओं को वैक्सीन लगाई जा सकती थी लेकिन स्वास्थ्य योद्धा इसके पहले हकदार हंै।
– पहले चरण का टीकाकरण करीब एक सप्ताह में समाप्त होने की उम्मीद है।
– टीके के दुष्प्रभाव या किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए हर केंद्र पर आपातकालीन चिकित्सा सेवा उपलब्ध होगी।
– 10 वॉक-इन कूलर, चार वॉक-इन कूलर, 3,210 आइस लाइन्ड रेफ्रिजरेटर, 3,312 कोल्ड बॉक्सेस, 46,591 वैक्सीन कैरियर और 2,25,749 आइस पैक उपलब्ध हैं।