कंपनी से यह सुविधा मुफ्त में स्थापित और संचालित करने की उम्मीद है। बीबीएमपी को दैनिक आधार पर 300 टन गीले कचरे की आपूर्ति करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वर्तमान में, नागरिक निकाय प्रतिदिन उत्पन्न होने वाले 4,500 टन कचरे में से 50 फीसदी से भी कम संसाधित करता है। कंप्रेस्ड बायोगैस संयंत्र में काम शुरू होने के बाद से लैंडफिल तक कम कचरा पहुंचेगा।
Chief Minister Basavaraj Bommai के निर्देश पर जारी आदेश के अनुसार BBMP 25 साल की अवधि के लिए गेल लिमिटेड को 18 एकड़ जमीन सौंपेगा। संयंत्र से प्रति दिन 10.7 टन जैव सीएनजी, लगभग 31.39 मीट्रिक टन खाद और 180 घन मीटर किण्वित तरल जैविक खाद उत्पन्न होने की उम्मीद है। आदेश की प्रति में यह भी कहा गया है कि बीबीएमपी भविष्य में गीले कचरे की आपूर्ति 500 टन तक बढ़ाने के लिए स्वतंत्र है।
कुल परियोजना लागत 65.11 करोड़ रुपए आंकी गई है। गेल परियोजना लागत का 40 फीसदी वहन करेगा। केंद्र सरकार के अपशिष्ट-से-ऊर्जा कार्यक्रम से 8.25 करोड़ रुपए की सब्सिडी मिलेगी।
यदि कंपनी बायोगैस संयंत्र स्थापित करने के लिए भूमि का उपयोग नहीं करती है या इसके हिस्से को किसी अन्य उद्देश्य के लिए पट्टे पर नहीं देती है तब बीबीएमपी के पास समझौते को रद्द करने का अधिकार है।
मंत्री ने ली लकड़ी के खिलौना निर्माण के बारे में जानकारी
बेंगलूरु. केन्द्रीय इस्पात और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते और उनके दल ने चन्नपट्टण और मैसूरु में विभिन्न इलाकों का दौरा किया। कुलस्ते ने चन्नपट्टण में लकड़ी के खिलौने निर्माण से जुड़ी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए चर्चा भी की। उन्होंने कई फैक्ट्रियों में कार्यरत महिलाओं से चर्चा की। बेंगलूरु में कुलस्ते ने प्रकाश चंद सुशील तलेसरा सहित समाज के लोगों से भी मुलाकात की। इस अवसर पर देवेंद्र दुबे, रमेश दक, किरण, मनोज बाफना, शिव शर्मा भी उपस्थित थे।