जनपद में बढ़ रहे हादसों को देखते हुए बांदा एसपी गणेश साहा ने एक नई व्यवस्था लागू की है। इसके तहत जिले की यातायात व्यवस्था की कमान अब महिला पुलिस कर्मियों को सौंपी गई है। जिसका उद्देश्य है कि यातायात नियमों का पालन न करने वाले चालकों को एक महिला के टोकने पर शार्मिंदगी महसूस होगी। वह यातायात नियमों का पालन करने के लिए जल्दी प्रेरित होंगे। दूसरी ओर महिला दो पहिया वाहन चालकों से अभी तक पुरूष पुलिस कर्मी टोकने में संकोच करते थे। इस समस्या से भी अब छुटकारा मिल जाएगा। इसके अलावा यातायात पुलिस कर्मियों की कमी भी दिखाई नहीं देगी।
बांदा जनपद में ये अभियान लगभग एक हफ्ते से जारी है। पहले चरण में इस कार्य के लिए दो महिला निरीक्षक दो एसआई व 30 महिला कर्मियों को लगाया गया है। प्रमुख चौराहों व चिहित क्षेत्रों में सुबह से ही महिला पुलिस कर्मी की मौजूदगी नजर आ रही है।
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यातायात निरीक्षक सविता श्रीवास्तव के नेतृत्व में वाहनों के कागजों के साथ सीट बेल्ट व हेलमेट न धारण करने वालों की उनकी ओर से खास तौर पर जांच की जा रही है। यातायात नियमों की अनदेखी करने वालों को चेतावनी देने के साथ कार्रवाई भी की जा रही है। सीओ यातायात राघवेंद्र सिंह व सीओ सिटी राजीव प्रताप सिंह, महिला पुलिस कर्मियों के इस सराहनीय कार्य की मानीटरिग कर रहे हैं। बांदा में यातायात व्यवस्था में सुधार के लिए नई पहल की गई है। नई व्यवस्था का सकारात्मक रूप सामने आ रहा है। इससे और महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। महिला पुलिस कर्मी भी इस कार्य के लिए उत्साहित हैं।
यातायात नियमों की अनदेखी करने वाले लगभग चार सौ वाहन चालकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है, जिसमें वाहन चालकों से करीब 73 से 75 हजार रुपये की वसूली की गई है। शहर के प्रमुख स्थान अलीगंज पुलिस चौकी, महाराणा प्रताप चौक, कालूकुआं, बलखंडी नाका, महश्वेरी देवी चौक आदि जगहों को चेकिग प्वाइंट बनाया गया है इसके अलावा आवश्यकता अनुसार चेकिग प्वाइंट में परिवर्तन भी किया जाता है।