ये भी पढ़ें: UP Politics: जेल में बंद आजम खान के लिए मायावती का छलका दर्द, बोलीं- “ये अन्याय नहीं तो क्या है” 4 किलोमीटर दूर एक गांव जानी थी बारात गौरतलब है कि देश में पेट्रोल और डीजल पर बढ़ती महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है। जिसे देखते हुए अतर्रा तहसील क्षेत्र की महुटा गांव की प्रधान संध्या मिश्रा ने अपने भतीजे की शादी में कार जैसे तीमझाम हटाकर दूल्हे को बैलगाड़ी पर बैठाकर दुल्हनिया लेने के लिए भेजा। सभी बाराती बैलगाड़ी से सवार होकर पहुंचे। वहीं दूल्हा भी पारंपरिक वेशभूषा में बैलगाड़ी से बारात लेकर पहुंचा। दरअसल, भतीजे की बारात 9 मई को थी जोकि 4 किलोमीटर दूर एक गांव शिवपुरी जानी थी। इस पर महिला प्रधान ने भतीजे अंकित के साथ करीब 3 दर्जन बैलगाड़ियों से बारात दुल्हन के घर भेजी थीं।
ये भी पढ़ें: सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स को योगी सरकार का बड़ा तोहफा, इसी महीने लागू होगी ये योजना, जानें पूरी डिटेल विदाई से पहले दूल्हा-दुल्हन ने मिलकर पौधरोपण किया बता दें, महुटा गांव में अनोखी शादी चर्चा का विषय बनी रही। दूल्हा तो खुश था ही, बैलगाड़िय़ों पर सवार होकर दूल्हन के गांव पहुंचे बराती भी झूमते दिखे। वहीं प्रधान संध्या मिश्रा ने बताया कि डीजल-पेट्रोल की बढ़ी कीमतों को देखते हुए बैलगाड़ी से बारात लेकर दुल्हन के घर पहुंचे हैं। यह ऐसी बरात थी जो मिसाल बनी। पर्यावरण संरक्षण का सकारात्मक संदेश देने में कामयाब हुई …कि, बिना किसी तड़क-भड़क व दिखावे के भी बरात जा सकती है। वहीं मंगलवार को विदाई से पहले दूल्हा-दुल्हन ने मिलकर पौधरोपण किया। बारातियों को भी विदाई में एक-एक पौधा दिया गया। इसके बाद दूल्हा-दुल्हन की विदाई पालकी से हुई और बराती बैलगाडिय़ों से घर के लिए रवाना हो गए।