रूस-यूक्रेन युद्ध का असर अब गरीब की थाली पर दिखने लगा है। जिले का गेहूं भंडारण अपने कुल लक्ष्य का पांच प्रतिशत भी पूरा नहीं होने से 36022 अंत्योदय कार्डधारकों को गेहूं 6 किलो कम मिलेगा। जिले में तीन भंडारण केंद्र छानी, मुस्करा, राठ में है और जिले में गेहूं की खरीद का कुल लक्ष्य 62000 मीट्रिक टन निर्धारित किया गया था, पर खरीद महज 3336 मीट्रिक टन हो पाई, जिससे जिले में गेहूं का संकट बना हुआ है। ऐसे में पंजाब और हरियाणा से आने वाले गेहूं पर जिले के लाभार्थी निर्भर हो गए है।
यह भी पढ़े – अधिकारियों ने खो दिया Data सैकड़ों परिवारों के सिर से छिनी पीएम आवास की छत क्या बोले जिम्मेदार आपूर्ति अधिकारी रामजतन यादव के अनुसार कहीं कोई संकट नही है लोगो को गेहूं और चावल मिलता रहेगा बस थोड़ी कमी हुई है जल्द ही इस संकट से भी निजात मिल जाएगी लोग धैर्य रखें। इस बार किसानों ने अपना गेहूं खरीद केंद्रों में न बेचकर बाहर बाजार में ज्यादा कीमत में बेच दिया, जिससे सरकार सिर्फ पांच प्रतिशत गेहूं खरीद पाई।
बांदा में हर माह आती है गेहूं की रैक यूपी के बांदा में भी गेहूं की खपत पूरी करने को हर माह रैक आती है। जिला विपणन अधिकारी सीपी पांडेय ने बताया कि गेहूं दूसरे राज्यो से मंगाना पड़ता है। इस साल क्रय केंद्रो में लक्ष्य से काफी कम खरीद हुई है जिससे पंजाब व हरियाणा के गेहूं से ही राशन कार्ड़ धारको को वितरित होने वाले गेहूं की खपत पूरी की जाएगी।