बांदा

…मरने में डर लग रहा है, पर मजबूर हूं, खून से लिखा ‘मेरी मां का ख्याल रखना’, इतना कहकर शोहदे से परेशान छात्रा ने फांसी लगाकर जान दी

Suicide In Banda: शोहदों से परेशान होकर बांदा जिले में एक नन्ही जान, जिसने अभी ठीक से दुनिया तक नहीं देखी उस छात्रा ने फांसी लगाकर अपनी जिंदगी खत्म कर ली। छात्रा का लिखा सुसाइड नोट पढ़कर या तो आप रो देंगे या तो गुस्से से लाल हो जाएंगे।

बांदाApr 12, 2022 / 10:16 am

Snigdha Singh

देहात कोतवाली के एक गांव में शोहदे से परेशान इंटर की छात्रा ने फांसी लगाकर जान दे दी। छात्रा ने खून से सुसाइड नोट लिखा, मेरी मां का ख्याल रखना, जीजा-दीदी मुझे माफ कर दो। पुलिस ने छह पन्नों में लिखे सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया। परिजनों की तहरीर पर शोहदे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे हिरासत में ले लिया है। 19 साल की युवती गांव के ही एक इंटर कॉलेज में पढ़ती थी। रविवार देर शाम भाई ने कमरे में बंद बहन को कई आवाजें लगाईं, लेकिन दरवाजा नहीं खुला।
अनहोनी की आशंका पर पूरा परिवार इकट्ठा हो गया। दरवाजा तोड़कर परिजन अंदर पहुंचे तो छात्रा का शव फंदे से लटका देख सबकी चीख निकल आई। सूचना पर देहात कोतवाली पुलिस घर पहुंची। कमरे के अंदर कुर्सी पर छात्रा की कापी मिली, पलटने पर उसमें छह पन्ने का सुसाइड नोट था। पुलिस के मुताबिक छात्रा ने गांव के ही सुभाष को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। उसने लिखा है कि वह गलत करता था और ब्लैकमेल भी करता था। शिकायत करने की बात पर जान से मारने की धमकी देता था। परिजनों से पूछताछ में मृतका के भाई ने भी ऐसा ही कुछ बताया। कहा, युवक आए दिन बहन को कॉलेज आते-जाते वक्त परेशान करता था। पुलिस को कई बार सूचना दी गई पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इससे युवक के हौसले बढ़ गए थे। हालांकि कोतवाली प्रभारी ब्रजेश यादव ने कहा कि उन्हें आज से पहले इस प्रकार की कोई लिखित शिकायत नहीं मिली थी।
यह भी पढ़े – अब भी क्यों लोगों के जुबां पर राजा भैया के तालाब की कहानी, जानिए क्या है खौफनाक दास्तान

…मरने में डर लग रहा है, पर मजबूर हूं

छात्रा ने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि शोहदे से परेशान होकर मैं आत्महत्या जरूर कर रही हूं, लेकिन मरने में डर लग रहा है। मजबूरी में यह कदम उठाना पड़ रहा है। दीदी और जीजा हो सके तो माफ कर देना। मैं गलत नहीं हूं, लोग मुझे गलत समझ रहे हैं। हो सके तो मेरे शव की चीरफाड़ न कराएं। गांव में ही अंतिम संस्कार कर दें।
यह भी पढ़े – क्या आप भी जानते हैं चीटियां भी होती हैं बीमार, जानिए कैसे करती हैं अपना इलाज

..ऐसी सजा दिलाना कि हजार बार सोचे

छात्रा ने यह भी लिखा कि शोहदे को ऐसी सजा दिलाना ताकि कोई भी किसी लड़की से घिनौनी हरकत करने से पहले हजार बार सोचे। छात्रा ने सुसाइड नोट में बार-बार यह भी स्पष्ट किया है कि आत्महत्या करना उसकी मजबूरी है। सुसाइड नोट के अंत में खून से मां के लिए लिखी लाइन ने सभी को झकझोर दिया है।

Hindi News / Banda / …मरने में डर लग रहा है, पर मजबूर हूं, खून से लिखा ‘मेरी मां का ख्याल रखना’, इतना कहकर शोहदे से परेशान छात्रा ने फांसी लगाकर जान दी

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.