बाढ़ व कटान की विभीषिका से काफी धन, जनहानि हो जाती है। ऐसे मे अगर पहले से सावधानी रहे तो नुकसान को कम किया जा सकता है। जनपद बलरामपुर में लोगों को बाढ़ से बचाने के लिए जिला प्रशासन तैयारी में जुटा है। जिले में दो दर्जन बाढ़ चौकियां बनायी गयी हैं, जिस पर नाव तैनात कर दिये गये हैं। सभी चौकियों पर कर्मचारी तैनात किये गये हैं। साथ ही आपदा प्रबंधन कार्यालय को 24 घंटे चालू कर दिया गया है। राप्ती नदी के कटान को रोकने के लिए तटबंधों पर पत्थर व बालू से भरी बोरियों को लगाया जा रहा है।
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जिलाधिकारी ने किया निरीक्षण
जिलाधिकारी श्रुति ने बाढ़ से पूर्व तहसील बलरामपुर सदर के ढोढरी ग्राम में कटान निरोधक परियोजना का निरीक्षण भी किया। सहायक अभियंता एएन अंचल ने बताया कि ग्राम में राप्ती नदी के कटान रोकने के लिए 350 मीटर लंबाई में पिचिंग एवं परक्यूपाइन का कार्य किया जा रहा। जल्द ही कार्य को पूर्ण कर लिया जाएगा। जिलाधिकारी ने बाढ़ से पूर्व कार्य पूर्ण कर लिए जाने तथा गुणवत्तापूर्ण कार्य किए जाने का निर्देश संबधित अधिकारियों को दिए। उप जिलाधिकारी उतरौला डॉ नगेंद्र नाथ यादव द्वारा राप्ती नदी के तट पर बसे ग्राम लाल नगर एवं एलनपुर का भौतिक निरीक्षण किया गया। दोनों ग्राम राप्ती नदी के जलस्तर बढ़ने पर बाढ़ के दृष्टिगत संवेदनशील ग्राम है। उप जिलाधिकारी ने बाढ़ खंड के अधिकारियों को जल स्तर पर नजर रखने एवं कटान को रोकने के लिए आवश्यक निर्देश भी दिए है।
नदी के बढ़ते जल स्तर पर रखी जा रही नजर
आपदा अधिकारी/एडीएम अरुण कुमार कुमार शुक्ल ने बताया कि राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। क्षेत्रीय राजस्व अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
आपदा अधिकारी/एडीएम अरुण कुमार कुमार शुक्ल ने बताया कि राप्ती नदी के बढ़ते जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ से निपटने की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई है। क्षेत्रीय राजस्व अधिकारियों को स्थिति पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।