ग्रीन सिटी, फेज-एक, गोरखपुर निवासी रेलवे के सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार श्रीवास्तव सोमवार को रेलवे के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर महेंद्र नाथ मिश्र निवासी राजीवनगर बशारतपुर गोरखपुर के साथ किराये की एसयूवी से बहराइच के चिलवरिया जा रहे थे। वहां नई रेल लाइन बिछाने की प्रक्रिया चल रही है, जिसका जायजा लेने दोनों अधिकारी चिलवरिया जा रहे थे। एसयूवी श्रीकांत यादव चला रहे थे।
देहात कोतवाली क्षेत्र में बेलहा गांव के पास बौद्ध परिपथ पर सोमवार सुबह 11 बजे सामने से आ रहे कंटेनर ने एसयूवी में जोरदार टक्कर मार दी। इससे एसयूवी का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। एसयूवी में पिछली सीट पर बैठे सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार श्रीवास्तव का सिर फट गया। महेंद्र भी जख्मी हो गए। एयरबैग खुलने से चालक श्रीकांत यादव को खरोंच तक नहीं आई। राहगीरों ने घायलों को जिला मेमोरियल चिकित्सालय पहुंचाया गया, जहां इलाज के दौरान संतोष की मौत हो गई।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही एसडीएम सदर राजेंद्र बहादुर ने घटनास्थल का जायजा लिया। रेलवे ठेकेदार विश्वनाथ वर्मा की मौजूदगी में शव का पंचनामा कराया गया। प्रभारी निरीक्षक दुर्गेश सिंह ने बताया कि संतोष कुमार श्रीवास्तव के परिजनों को हादसे की सूचना दे गई है। मामले में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
हादसे में एसयूवी चालक श्रीकांत यादव को खरोंच तक नहीं आई, मगर घायलों को अस्पताल पहुंचाने के बजाय वह मौके से भाग गया। वहीं, हादसे में कंटेनर पलट गया। उसका चालक साजिद निवासी शेरूपुर कलां, पूरनपुर, जिला पीलीभीत कंटेनर वहीं छोड़कर भाग गया। कंटेनर में केला लदा था, जो मध्य प्रदेश से नेपाल भेजा जा रहा था।
रेलवे के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर महेंद्र नाथ मिश्र ने बताया कि कंटेनर की रफ्तार बेहद तेज थी। इसी वजह से एसयूवी को टक्कर मारने के बाद कंटेनर पलट गया। महेंद्र ने बताया कि उन्हें मामूली चोटें आईं हैं।
रेलवे के सेक्शन इंजीनियर संतोष कुमार श्रीवास्तव की मौत की खबर मिलते ही ग्रीन सिटी, फेज-एक काॅलोनी में मातम छा गया। काॅलोनी स्थित घर में पत्नी, इकलौती बेटी और बुजुर्ग माता-पिता हैं। उनका रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। मौके पर पहुंचे रिश्तेदार और कॉलोनीवासी उन्हें संभालने में जुटे रहे। पत्नी गृहिणी हैं। इकलौती बेटी इंटर की पढ़ाई कर रही है। पूरे परिवार में मातम पसरा है।