नेपाल के पहाड़ों पर हो रही लगातार बारिश और बैराजों से पानी छोड़े जाने के बाद राप्ती नदी उफान पर है। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक वर्तमान समय में राप्ती नदी खतरे के निशान से 64 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। सोमवार की रात धुसाह के समीप राप्ती नदी के बाएं तट पर बना एमएलटीडी तटबंध बेलवा सुल्तानजोत गांव के पास कट गया। इससे बाढ़ का पानी धुसाह के साथ ही शहर के पहलवारा व श्याम विहार कालोनी में पहुंच गया है। कालोनी में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए नाव लगाई गई है। वहीं, मेवालाल पुलिस चौकी के पास बाढ़ का पानी भरने के कारण लोगों की मुश्किल बढ़ गई हैं।
ट्रैक्टर से पहुंचे डीएम और आयुक्त मरम्मत कार्य का लिया जायाजा
बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य प्रशासन द्वारा युद्ध स्तर पर चलाए जा रहा है । बाढ़ राहत एवं बचाव कार्य के दृष्टिगत आयुक्त देवीपाटन मंडल शशि भूषण लाल सुशील एवं डीएम पवन अग्रवाल अधिकारियों के साथ मंगलवार की रात्रि 10 बजे तहसील बलरामपुर सदर के ग्राम भ्यूरी में तटबंध के कटान को रोकने के लिए किए जा रहे कार्य का निरीक्षण किया गया । बताते चले कि सोमवार को तटबंध कट गया था। तटबंध कटने की सूचना मिलने पर तत्काल आयुक्त एवं डीएम मौके पर पहुंचकर तटबंध के कटान को रोकने के लिए बाढ़ खंड के अधिकारियों को युद्ध स्तर पर कार्य किए जाने का निर्देश दिया। उसके बाद दूसरे दिन मंगलवार को 10 बजे आयुक्त एवं डीएम ट्रैक्टर से मौके पर जाकर तटबंध के कटान को रोकने के कार्य का निरीक्षण किया गया। नदी का प्रवाह ज्यादा होने के कारण तटबंध के काटन को पुनः भरने में 24 घंटे का समय लगा। लगातार दो दिन रात्रि में आयुक्त एवं डीएम के निरीक्षण एवं निरंतर निगरानी से बेहतर परिणाम देखने को मिला। 24 घंटे निरंतर कार्य के बाद तटबंध के कटान को भरते हुए तटबंध को लगभग सुरक्षित कर दिया गया है।