Balrampur News: बलरामपुर जिले में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में जियो टैग करने की जिम्मेदारी नई दिल्ली कीर्ति नगर की संस्था क्रियटिव कन्सोर्टियम को मिला था। इसमें कंपनी के तीन इंजीनियरों ने मिलकर लाभार्थियों से सौदा करके फर्जी जिओटैग के जरिए भुगतान कर दिया। इस मामले में कंपनी के अधिकारी नीरज कुमार सिंह ने अपने कर्मचारियों पर जियोटैग में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस की जांच में फर्जीवाड़ा के अब तक 28 प्रकरण सामने आए हैं। पुलिस इस मामले में तेजी से जांच कर रही है।
पुलिस अधीक्षक बोले- जल्द ही पूरे गैंग का भंडाफोड़ किया जाएगा
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक विकास कुमार ने बताया कि क्रियटिव कन्सोर्टियम एक संस्था है। इन्हें प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना में जिओटैग करने का दायित्व मिला था। संस्था के द्वारा दिए गए तहरीर में जिले के चार क्षेत्र बलरामपुर, उतरौला, पचपेड़वा और तुलसीपुर में चार मुकदमा पंजीकृत किया गया है। जिसमें शिकायत की गई कि फर्जी जिओटैग करके भुगतान किया जा रहा है। जिसमें बलरामपुर नगर पालिका के दो मुकदमे और 7 मुकदमा उतरौला नगर पालिका के है। जिनमें कुल सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस को पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि पहले खाली स्थान का जियोटेक करते थे। उसके बाद अर्ध निर्मित मकान का जियोटेक करने के बाद पूरी तरह से कंप्लीट मकान का जियो टैग करके भुगतान करा देते थे। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे भी मामले सामने आए हैं। जहां मकान पहले से बना है। लेकिन जियो टैग में फर्जीवाड़ा करके भुगतान कर दिया गया है। ऐसे कुल 28 प्रकरण पुलिस को प्राप्त हुए थे। जिसमें जांच चल रही है। जिन सात व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। उसमें तीन कंपनी के इंजीनियर है। जिसमें बलरामपुर क्षेत्र के दो लाभार्थी तथा उतरौला के दो लाभार्थी शामिल है। इसमें ऐसे लाभार्थी हैं। जिनके मकान पहले से बना था। उन्हें फर्जी जिओटैग करके लाभ पहुंचाया गया है। इसमें जो भी दोषी होंगे। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही पूरे गैंग का जल्द भंडाफोड़ किया जाएगा। यह भी पढ़ें