बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के चांदो थाना अंतर्गत ग्राम करचा में वर्ष 2016 में हुई रूबेन खेस की हत्या का आरोपी मनोज सिंह पिता सुभाष सिंह निवासी ग्राम केरवा थाना रमकंडा, झारखंड 8 साल से फरार (Supari killer arrested) चल रहा था। आरोपी के खिलाफ चांदो थाने में धारा 302 व 120 बी के तहत जुर्म दर्ज था।
काफी प्रयास करने के बावजूद आरोपी पुलिस के पकड़ में नहीं आ पा रहा था। इसी बीच अधिकारियों के निर्देश पर पुलिस की एक टीम आरोपी की खोजबीन के लिए झारखंड रवाना हुई। यहां पुलिस टीम ने घेराबंदी कर आरोपी मनोज सिंह खैरवार को झारखंड के रमकंडा थाना अंतर्गत ग्राम केरवा से ही गिरफ्तार (Supari killer arrested) कर लिया।
पूछताछ में उसने रुबेन खेस की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया। इस पर पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल दाखिल कर दिया है। कार्रवाई में चांदो थाना प्रभारी राजेन्द्र यादव, आरक्षक विश्वनाथ सिंह, संदीप सिंह, संजय सिंह, दारा सिंह एवं साइबर सेल के आरक्षक आकाश तिवारी सक्रिय रहे।
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Supari killer arrested: सुपारी की रकम नहीं मिल पाई थी
आरोपी मनोज ने पूछताछ में बताया कि वह 8 वर्ष पूर्व करचा निवासी अगीन साय एवं शैलेष उर्फ शोले खेस से झारखंड के बरगढ़ में मिला था। तीनों साथ में शराब पीये थे। इसी दौरान अगीन साय व शैलेष ने रूबेन खेस को मारने के एवज में 50 हजार की सुपारी (Supari killer arrested) देने का वादा किया था। इसके बाद उसने 16 अक्टूबर 2016 को करचा निवासी रूबेन के ऊपर पिस्टल से फायर करने के साथ अगीन व शैलेष के साथ मिलकर चाकू से भी वार किया था। हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद वह फरार हो गया था। लेकिन उसे सुपारी की रकम नहीं मिल पाई थी। वह पुलिस की नजरों से छिपकर रह रहा था।
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चाचा से इस बात को लेकर थी रंजिश
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक रूबेन खेस आरोपी शैलेष खेस का रिश्ते में चाचा लगता था। आरोपी की 2 पत्नियों की मौत हो गई थी। इसके बाद उसकी मां की भी मौत (Supari killer arrested) हो गई थी। इससे शैलेष को अपने चाचा रुबेन के ऊपर जादू-टोना करने का शक था। दोनों के बीच काफी दिनों से जमीन विवाद भी चल रहा था। घटना के बाद पुलिस ने आरोपी अगीन साय व शैलेष को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जो अब जमानत पर छूट गए हैं। वहीं आरोपी मनोज सिंह फरार चल रहा था।