बलरामपुर-रामानुजगंज जिला निवासी एक व्यक्ति झारखंड स्थित अपने ससुराल में रहता है। 29 अगस्त को वह अपनी भाभी के घर आया और उसे अपने बड़े भाई के पास केरल ले जाने की जिद करने लगा। जब भाभी ने जाने से इनकार कर दिया तो वह अपनी 12 वर्षीय भतीजी को अपने साथ झारखंड ले जाने लगा।
जब भाभी ने मना किया तो वह जबरदस्ती खींचते हुए उसे अपने साथ ले गया। झारखंड में अपने घर पहुंचने से पहले चाचा की नाबालिग भतीजी पर नीयत खराब हो गई और उसने रास्ते में उसके साथ 2 बार बलात्कार किया। यही नहीं, यह बात किसी को नहीं बताने की धमकी देते हुए उससे बेरहमी से मारपीट भी की।
चाचा की हैवानियत से डरी-सहमी नाबालिग वहां चुप ही रही। 31 अगस्त को जब वह घर आई तो मां को चाचा की पूरी करतूत बताई। इसके बाद मां ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।
इस मामले में पुलिस ने चाचा के खिलाफ धारा 363, 323, 376(ड) व 506 के तहत अपराध दर्ज कर झारखंड से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने शनिवार को उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
रक्षाबंधन के दिन भाई गया तो बहन को लाया घर
नाबालिग पीडि़ता का भाई बहन से राखी बंधवाने के लिए रक्षाबंधन के दिन चाचा के घर झारखंड गया। वापस लौटने के दौरान वह बहन को भी साथ ले आया। यहां जब मां ने बेटी को सुस्त एवं परेशान देखा तो उससे पूछताछ की। इसके बाद उसने चाचा द्वारा बलात्कार व मारपीट करने की बात बताई। इसके बाद मां उसे लेकर थाने पहुंची थी।
किसी को नहीं बताने की गई मारपीट
चाचा द्वारा न केवल भतीजी के साथ बलात्कार किया गया, बल्कि उसने इस बारे में किसी को नहीं बताने की धमकी भी दी गई थी। भतीजी के साथ उसने क्रूरतापूर्वक मारपीट भी की थी। जब मां ने अपनी बेटी के शरीर पर कई चोट के निशान देखे तो चाचा की हैवानियत का पता चला।
घटना से सहमी बच्ची नहीं बता रही थी बात
घटना के बाद भतीजी पर चाचा का इतना ज्यादा खौफ था कि जब भाई उसे लेकर घर पहुंचा तो मां द्वारा बार-बार पूछने पर भी वह नहीं बता रही थी। जब मां ने शरीर पर चोट के निशान देख बार-बार पूछताछ की तो उसने रोते हुए चाचा की हैवानियत बताई।