कोरंधा थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत जवाहरनगर के चर्रापारा निवासी बिलासी बाई 45 वर्ष के पति की मौत हो चुकी थी। इस वजह से वह अपने मायके में रह रही थी। उसकी बेटी उसके साथ रह रही थी लेकिन कुछ दिन पूर्व वह अपने पति के साथ हिमाचल प्रदेश घूमने चली गई थी।
1 जुलाई के बाद से बिलासी बाई का कुछ पता नहीं चल रहा था। उसके अन्य परिजनों ने सोचा कि वह किसी रिश्तेदार के घर गई होगी, इस वजह से ज्यादा खोजबीन नहीं की थी। इसी बीच 3 जुलाई को घर से बकरियों की आवाज आने पर बिलासी बाई का चाचा सिरसाय घर में पहुंचा तो उसकी सड़ी-गली लाश पड़ी थी।
इसकी सूचना उसने कोरंधा थाने में दी। सूचना मिलते ही एसडीओपी रितेश चौधरी व थाना प्रभारी देवेंद्र सिंह टेकाम दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे और शव को बरामद कर पीएम के लिए भेजा। घर में खून के छीटें भी पड़े थे। इससे मामला हत्या का प्रतीत हो रहा था।
जांच में 2 युवकों का नाम आया सामने
पीएम रिपोर्ट में बलात्कार व हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने 1 जुलाई को महिला के घर आने-जाने वालों के बारे में जानकारी एकत्रित की। इस दौरान गांव के ही द्वारिका प्रसाद उर्फ शिशु उरांव पिता हरिचंद्र 19 वर्ष व मंगलसाय उरांव पिता लखपति 33 वर्ष का नाम सामने आया।
पीएम रिपोर्ट में बलात्कार व हत्या की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने 1 जुलाई को महिला के घर आने-जाने वालों के बारे में जानकारी एकत्रित की। इस दौरान गांव के ही द्वारिका प्रसाद उर्फ शिशु उरांव पिता हरिचंद्र 19 वर्ष व मंगलसाय उरांव पिता लखपति 33 वर्ष का नाम सामने आया।
पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरु की तो उन्होंने बलात्कार के बाद बिलासी बाई की हत्या की बात स्वीकार कर ली। इसके बाद पुलिस ने 5 जुलाई को दोनों को विधिवत गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कार्रवाई में एसडीओपी व करौंधा थाना प्रभारी के अलावा प्रधान आरक्षक अमोल कश्यप, आरक्षक धीरेंद्र सिंह चंदेल, बाबूलाल पैकरा, अनिल साहू, अनूप खलखो व महिला प्रधान आरक्षक सोनावती टोप्पो शामिल रहे।
गांव में बताने की बात कही तो कर दी हत्या
आरोपियों ने बताया कि 1 जुलाई की दोपहर 12 से 1 बजे के बीच दोनों उसके घर शराब पीने पहुंचे थे। यहां बिलासी बाइक समेत तीनों ने जमकर शराब पी। इस दौरान आरोपी द्वारिका प्रसाद ने महिला से बलात्कार किया।
गांव में बताने की बात कही तो कर दी हत्या
आरोपियों ने बताया कि 1 जुलाई की दोपहर 12 से 1 बजे के बीच दोनों उसके घर शराब पीने पहुंचे थे। यहां बिलासी बाइक समेत तीनों ने जमकर शराब पी। इस दौरान आरोपी द्वारिका प्रसाद ने महिला से बलात्कार किया।
कुछ देर बाद फिर दोनों उससे बलात्कार करने का प्रयास करने लगे तो महिला ने दोनों को फटकार लगाते हुए कहा कि जबरदस्ती करोगे तो पूरे गांव में तुम दोनों के कारनामे बता दूंगी। यह सुनकर दोनों डर गए। इसके बाद घर में रखी कुल्हाड़ी से द्वारिका ने बिलासी बाई के सिर पर प्रहार कर दिया।
वहीं दूसरे आरोपी ने शोर मचाने के डर से उसका मुंह दबाकर रखा था। जब महिला की मौत हो गई तो दोनों वहां से फरार हो गए थे। जब मामला खुला तो वे झारखंड भागने की तैयारी में थे, इसी बीच पुलिस ने उन्हें दबोच लिया।