गौरतलब है कि भंवरलाल सहकारी समिति में पहले भंवरमाल क्षेत्र एवं रामानुजगंज क्षेत्र के गांव के किसान धान बेचते थे परंतु यहां भीड़ ज्यादा हो जाती थी। इससे किसानों को धान बेचने में परेशानी होती थी। इस समस्या से निजात दिलाने के लिए स्थानीय विधायक बृहस्पत सिंह की पहल पर रामानुजगंज को नया धान उपार्जन केंद्र बनाया गया।
टोकन कटने के बाद ले आए धान
9 गांव के करीब 30-35 किसानों ने धान बेचने के लिए टोकन कटवा लिया था। वहीं लगभग 20 किसान अपना धान बेचने कृषि उपज मंडी प्रांगण में ले कर भी आ गए हैं परंतु उनका धान नहीं बिक पा रहा है। इससे किसान बहुत परेशान हैं। कृषि उपज मंडी प्रांगण में धान खुले आसमान के नीचे रखा है। वहीं मवेशी के धान खाने के डर से किसान बहुत ही चिंतित हैं। यदि इनका धान जल्द नहीं लिया जाता है तो किसानों को बहुत नुकसान हो सकता है।
सॉफ्टवेयर का प्रॉब्लम
एक ओर जहां छत्तीसगढ़ शासन द्वारा 1 दिसंबर से किसानों का धान खरीदी प्रारंभ कर दी गई है। वहीं 9 गांव के किसानों का आज 2३ वें दिन भी एक दाना धान खरीदी नहीं हो सका।
सुधार के बाद की जाएगी खरीदी
कंप्यूटर (Computer) में 6 गांव का ही नाम दिख रहा है, बाकी 9 गांव का नाम ही नहीं दिख रहा इस कारण खरीदी नहीं हो पा रही है। एनआईसी में प्रॉब्लम के कारण ऐसा हो रहा है। उच्च अधिकारियों को कई बार सूचित किया जा चुका है सुधार के बाद खरीदी की जाएगी।
इंतखाब अंसारी, प्रभारी, धान खरीदी केंद्र