गौरतलब है कि नगर पंचायत कुसमी के अध्यक्ष गोवर्धन राम पर ट्रैक्टर खरीदी में भ्रष्टाचार करने सहित कई अन्य गंभीर आरोप लगाकर 15 में से 11 पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया था। पार्षदों द्वारा बलरामपुर कलेक्टर को नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने हेतु आवेदन सौंपा गया था।
प्रक्रिया के तहत शुक्रवार को कुसमी एसडीएम चेतन साहू, सीएमओ नारायण साहू सहित सभी वार्ड के पार्षदों की उपस्थिति में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा व मतदान प्रक्रिया समझाने के उपरांत मतदान हुआ। इसकी गणना में अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 9 वोट पड़े जबकि इसके खिलाफ 6 पार्षदों ने वोट दिए।
इस तरह से अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में दो तिहाई जरूरी मत नहीं मिलने से पार्षदों द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया। इससे गोवर्धन राम की अध्यक्ष की कुर्सी बच गई। इसकी जानकारी मिलते ही विधायक चिंतामणि महाराज भी अपने निवास श्रीकोट से कुसमी पहुंचे और सर्मथको के साथ रैली में शामिल होकर नपं अध्यक्ष गोवर्धन राम के साथ शिव मंदिर में जाकर पूजा की।
इस दौरान अरुण गुप्ता, अरविंद तिवारी, जपं अध्यक्ष हुमंत सिंह, विजय गुप्ता, किसान कांग्रेस अध्यक्ष देवधन भगत, मंडी अध्यक्ष बालेश्वर राम, छोटेलाल गुप्ता, मनान खान, एल्डरमैन जवाहिर लकड़ा, सोनू अली, कुंदन गुप्ता, युकां विधानसभा अध्यक्ष दीपक बुनकर, विधायक प्रतिनिधि राशिद आलम, मोदस्सिर इराकी, संदीप निकुंज, पूर्णिमा सेमरिया, लवकुमार सोनवानी, मिथलेश गुप्ता, विवेक गुप्ता सहित कांग्रेसी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
विधायक बोले- मेरे लिए भी थी परीक्षा की घड़ी
विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने इस अवसर पर कहा कि यह वास्तव में सच्चाई की जीत है। उन्होंने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव मेरे लिए भी परीक्षा की घड़ी थी, लेकिन परिणाम ने साबित कर दिया है कि भूपेश है तो भरोसा है। नगर पंचायत कुसमी के विकास में कभी भी किसी चीज की कमी नही होने देंगे।
विधायक व संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज ने इस अवसर पर कहा कि यह वास्तव में सच्चाई की जीत है। उन्होंने कहा कि यह अविश्वास प्रस्ताव मेरे लिए भी परीक्षा की घड़ी थी, लेकिन परिणाम ने साबित कर दिया है कि भूपेश है तो भरोसा है। नगर पंचायत कुसमी के विकास में कभी भी किसी चीज की कमी नही होने देंगे।