बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बूढ़ाबगीचा निवासी वाहन चालक जालिम सिंह व उसकी पत्नी तथा बेटी ने एसपी के नाम ज्ञापन सौंपा है। इसमें उसने उल्लेख किया है कि भतीजी राधा कुमारी उम्र १3 वर्ष के साथ रामेश्वर प्रसाद गुप्ता के यहां किराए के मकान लेकर रहते थे।
वह वाहन चलाने बाहर गया था। जबकि पत्नी गीता देवी तीर्थयात्रा में गई हुई थी। घर में उसकी भतीजी राधा कुमारी अकेली थी। इसी बीच 7 अप्रैल रविवार को मकान मालिक के पुत्र प्रशांत गुप्ता ने फोन कर बताया कि आपकी भतीजी ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
सूचना उपरांत मौके पर पुलिस पहुंची और ग्रामीणों की मदद से किशोरी की लाश को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। राजपुर पुलिस लावारिस हालत में ही लाश को छोडक़र बगैर मर्ग, पंचनामा, पोस्टमार्टम कराए वापस लौट गई थी।
भतीजी की हत्या कर शव लटकाया
जालिम सिंह ने आरोप लगाया है कि भतीजी ने आत्महत्या नहीं की है, बल्कि उसकी हत्या कर शव को फांसी पर लटकाया गया है। घटनास्थल की परिस्थितियां भी इसी ओर इशारा कर रही है। वहीं मृतका ने जो सुसाइड नोट छोड़ा है, वह उसकी लिखावट नहीं है, बल्कि किसी और ने लिखकर छोड़ा है।
सुसाइड नोट में लिखी है ये बात
कमरे में बरामद सुसाइड नोट में लिखा है कि ‘मैं सोनू अपने जीवन से हार गई हूं। मैं आत्महत्या करने जा रही हूं। इसमें मेरी मौसी और परिवार का कोई हाथ नहीं है। मैं अपने मन से मरना चाहती हूं। आपकी सोनू-राधा।’
थाना प्रभारी ने फटकार लगाकर थाने से भगाया
जालिम सिंह ने आरोप लगाया है कि जब हमने राजपुर थाने पहुंचकर निष्पक्ष जांच करने की मांग रखी तो थाना प्रभारी ने फटकार लगाते हुए हमें भगा दिया। मृतका के चाचा ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। वहीं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने के बाद पुलिस शिकायतकर्ता को थाना बुलाकर बयान दर्ज कर रही है।
जालिम सिंह ने आरोप लगाया है कि जब हमने राजपुर थाने पहुंचकर निष्पक्ष जांच करने की मांग रखी तो थाना प्रभारी ने फटकार लगाते हुए हमें भगा दिया। मृतका के चाचा ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की है। वहीं पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपने के बाद पुलिस शिकायतकर्ता को थाना बुलाकर बयान दर्ज कर रही है।