बलरामपुर जिला मुख्यालय में बुधवार को मामले (Kidnap and murder) का खुलासा करते हुए एसपी वैभव बैंकर ने बताया कि 2 अक्टूबर को ग्राम तोरफा निवासी राम अशोक पाल का 10 वर्षीय पुत्र बृजेश शाम 4 बजे घर के पास सडक़ पर खेलते-खेलते लापता हो गया था। परिजन द्वारा काफी खोजबीन के बाद उसकी गुमशुदगी 3 अक्टूबर को बलंगी चौकी में दर्ज कराई गई थी।
इसके बाद पुलिस भी परिजन व ग्रामीण के साथ बालक की खोजबीन में जुटी थी। इसी बीच 6 अक्टूबर को बालक का शव सड़े-गले हालत में मोरन नदी के किनारे धवघटवा जंगल (Kidnap and murder) में मिला। मामला प्रथम दृष्टया हत्या जैसा प्रतीत होने पर पुलिस टीम आरोपियों की पतासाजी में जुटी थी।
इसी बीच संदेह होने पर पुलिस ने गांव के ही रविपाल पिता उम्र 19 वर्ष व एक अपचारी बालक को पकडक़र पूछताछ की तो इन्होंने बालक की हत्या करने का जुर्म कबूल लिया। इस पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
Kidnap and murder: पहने शर्ट का फंदा बनाकर गला घोंट दिया
एसपी ने बताया कि 2 अक्टूबर की शाम 4 बजे मृतक बालक बृजेश के घर में कोई नहीं था तब अपचारी बालक उसे खेलने के बहाने से बुलाकर नदी किनारे जंगल (Kidnap and murder) तरफ ले आया। यहां रविपाल ने पिता से फिरौती मांगने के उद्देश्य से उसे जबरन जंगल के अंदर ले जाना चाहा। इसका बालक द्वारा प्रतिरोध करने पर रविपाल ने उसके गर्दन को दबाकर हत्या करने की कोशिश की, लेकिन जान नहीं निकलने पर उसके पहने शर्ट का फंदा बनाकर उसके गले में डालकर घोंट दिया, इससे उसकी मौत हो गई। इसमें अपचारी बालक ने भी उसकी सहायता की।
इस कारण से बनाई थी फिरौती वसूलने की योजना
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मृत बालक का पिता कुछ दिन पूर्व बाइक लेने की बात बोल रहा था। इस पर आरोपियों को उसके पिता के पास नकद रकम होने की जानकारी होने पर बालक का अपहरण (Kidnap and murder) कर फिरौती मांगने की योजना बनाई थी। लेकिन बालक की हत्या (Kidnap and murder) करने के बाद गांव में खोजबीन होने व पुलिस का दबाव देखकर फिरौती मांगने का साहस नहीं जुटा पाए।