बलरामपुर जिले कुसमी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत रेहड़ा के बहेराटोली निवासी 70 वर्षीय मंगन राम के 3 पुत्रों में सबसे छोटा बेटा महादेव बाजार के समीप घर बनाकर रह रहा है। उसका दिमागी संतुलन ठीक नहीं था। इससे वह उल्टी सीधी बातें करता था। वह कहता था कि मुझे मेरे भाई, पिता लोग मार देंगे।
मंगन राम का बड़ा बेटा रघुनाथ राम गुरुवार 27 जुलाई को रेहड़ा बस्ती में काम करने गया था। इसी दौरान शाम करीब 5.10 बजे उसकी भतीजी शिवमुनी ने उसे फोन कर बताया कि दादा मंगन राम पर चाचा महादेव ने टांगी से हमला कर दिया, इससे उनकी मौत हो गई है।
तब रघुनाथ घर पहुंचा और अन्दर जाकर देखा तो उसके पिता मंगन अन्दर वाले कमरे में खून से लथपथ पड़े हुए हैं। पूछने पर भतीजी ने उसे बताया कि जब वह स्कूल से घर आई तो देखी कि दरवाजा अन्दर से बन्द था।
खुलवाई तो नहीं खुला, मंझला चाचा ध्रुवप्रसाद बैल चराने गया था, मां बाड़ी तरफ गई थी, जब मैं दरवाजा के पास थी तब अन्दर से दादा के चिल्लाने की आवाज आ रही थी तब मैं डर गई और मां को बुला लाई। फिर मां के साथ दरवाजा खुलवाई तो छोटे चाचा महादेव ने दरवाजा खोला। उसके हाथ में टगिंया था और हाथ में खून लगा हुआ था।
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पुलिस ने आरोपी पुत्र को किया गिरफ्तार
घटना की सूचना पर कुसमी थाना प्रभारी दल बल के साथ मौके पर पहुंचे व आरोपी महादेव को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की। दिमागी संतुलन ठीक नहीं होने से आरोपी ने अजीब जवाब देते हुए कहा कि वह अपने घर से दौड़ कर पिता के घर आया,
उसे लगा कि उसके पिता ने पत्नी व बच्चों की टांगी से मार कर हत्या कर दी है और उसके भी गर्दन में हमला कर दिया है। इससे डरकर उसने घर का दरवाजा अंदर से बंद कर पिता को वहां पास में रखी टांगी से हमला कर मार डाला। कुसमी पुलिस ने आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है।