विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना था कि अचानक बरसात में बिना किसी नोटिस के कार्यवाही की जा रही है। ऐसे में हमारी आजीविका छीनने से हम सबके सामने भूखों मरने की नौबत आ जाएगी। हालांकि कुछ देर बाद कलेक्टर वहां से वाड्रफनगर की ओर निकल गए। इधर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप व लोगों के विरोध प्रदर्शन के बाद एक बार फिर कार्यवाही रुक गई।
गौरतलब है कि पौधरोपण के नाम पर एवं ऊपर के आदेश का हवाला देकर तहसीलदार के नेतृत्व में राजस्व, नगर पंचायत एवं वन विभाग की टीम अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के लिए बुधवार को रामानुजगंज-वाड्रफनगर मुख्य मार्ग में स्थापित 100 बिस्तर अस्पताल के सामने पहुंची। प्रशासनिक टीम द्वारा कई गुमटी को हटा दिया गया।
यह भी पढ़ें
Fire in mining office: खनिज दफ्तर में लगी आग, कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, कंप्यूटर समेत अन्य सामान जलकर खाक जनप्रतिनिधियों ने शुरु किया विरोध
जब इसकी सूचना स्थानीय जनप्रतिनिधियों को लगी तो वे मौके पर पहुंचे, उन्होंने बरसात के समय ऐसी कार्रवाई को अनावश्यक बताया एवं कार्रवाई रोकने की मांग करने लगे। वहीं स्थानीय लोग भी काफी संख्या में एकत्रित हुए तो कार्रवाई रुकी। गुरुवार को पुन: जब कार्रवाई प्रारंभ हुई तो लोगों में भारी आक्रोश देखा गया। यह भी पढ़ें
CG Elephant attack: घर के बाहर सो रहे चचेरे भाइयों पर आधी रात हाथी ने किया हमला, एक को कुचलकर मार डाला