जिला चिकित्सालय को प्रथम स्थान 3 चरणों में हुए आंतरिक मूल्यांकन, सहकर्मी मूल्यांकन तथा राज्य स्तरीय बाह्य मूल्यांकन में, मूल्यांकन समिति द्वारा सात मापदण्डों में सर्वाधिक 89.1 प्रतिशत अंक प्रदान किया गया है। कलक्टर कुन्दन कुमार ने जिला चिकित्सालय के इस उपलब्धि पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को बधाई देते हुए कहा कि यदि हम साथ मिलकर चलेंगे तो न केवल स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार होगा बल्कि जिलेवासियों को बेहतर उपचार प्राप्त हो पायेगा।
कायाकल्प योजना यानी स्वच्छ अस्पताल योजना में शासकीय अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में स्वच्छता, संक्रमण, नियंत्रण एवं साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए वर्ष 2015 से यह योजना प्रारंभ की गई है। इस योजना के तहत लोक स्वास्थ्य संस्थाओं में गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए मानकों के अनुरुप सेवाएं प्रदाय किए जाने वाले अस्पतालों को राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर क्वालिटी सर्टिफिकेट प्रदान किया जाता है।
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ये सुविधाएं हैं यहां
जिला अस्पताल में सभी रोगों के विशेषज्ञ चिकित्सकों के साथ ही डायलिसिस, कीमोथैरेपी, मोतियाबिन्द का ऑपरेशन, जटिल हड्डी रोगों का ऑपरेशन तथा महिलाओं से जुड़ी बीमारियों का बेहतर उपचार मिल रहा है। जिला चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगने से गंभीर मरीजों को निरंतर ऑक्सीजन की आपूर्ति भी हो रही है।
7 मानकों पर उतरना पड़ता है खरा
कायाकल्प योजना के तहत अस्पतालों को 7 मानकों जिसमें अस्पताल का रख-रखाव, साफ-सफाई, वेस्ट-प्रबंधन, संक्रमण नियंत्रण, सपोर्ट सुविधाएं, हायजीन प्रमोशन पर खरा उतरना पड़ता है। वहीं जिला चिकित्सालय श्रेणी में प्रथम पुरस्कार 50 लाख रुपए और द्वितीय 20 लाख रुपए और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को अलग-अलग श्रेणी के आधार पर पुरस्कार देने की योजना है। योजना के अंतर्गत जिला चिकित्सालय बलरामपुर को इन 7 मानकों में उत्कृष्ट स्थान मिला है।