आवेदन में सरपंच ने 48 घंटे के बाद भी पंचायत सचिव को नहीं हटाए जाने पर जिला पंचायत के सामने आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। सरपंच की चेतावनी से हड़कंप मच गया है। वहीं अब देखना यह होगा कि सरपंच के आत्मदाह की चेतावनी के बाद क्या जिला प्रशासन 4 माह से नदारद पंचायत सचिव को अन्यत्र ट्रांसफर करेंगे।
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पंचायत का विकास कार्य ठप ग्राम पंचायत अहिल्दा के सरपंच झब्बूलाल साहू 16 फरवरी से ग्राम पंचायत अहिल्दा का सरपंच पद का प्रभार लिया गया है। सरपंच के द्वारा प्रभार लेने के बाद से अतिरिक्त प्रभार में पदस्थ सचिव काशीराम रजक विगत 4 माह से नदारद है। सचिव के नदारद रहने से जन्म मृत्यु प्रमाण प्रमाण पत्र बनवाने सहित पंचायत का विभिन्न कार्य प्रभावित हो रहा है। सचिव के नहीं आने पर पंचायत का विकास कार्य पूरी तरह से ठप पड़ा हुआ है। उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत अहिल्दा की जनसंख्या 6 हजार की है। जहां 20 वार्डवासी निवासरत है। बड़ी पंचायत होने की वजह से समस्या भी काफी बड़ी है। यहां भीषण गर्मी में पीने के पानी की समस्या बनी हुई है। देवरहा तालाब पार के बोर में गांव के आधी आबादी के लोग पीने का पानी लेते हैं, जिन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अतिरिक्त प्रभार में रह रहे पंचायत सचिव कांशीराम रजक के पंचायत में नहीं आने पर अहिल्दा में काफी समस्या बनी हुई है। लोग जन्म.मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटक रहे हैं।
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इस संबंध में सरपंच झब्बूलाल से चर्चा करने पर बताया कि 16 फरवरी 2023 को ग्राम पंचायत अहिल्दा का प्रभार लिया गया है। प्रभार लेने के बाद से पंचायत सचिव कांशीराम रजक पंचायत से नदारद है। इस वजह से ग्राम पंचायत अहिल्दा के लोग जन्म मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भटक रहे हैं। पंचायत का हर छोटा मोटा कार्य सचिव के बगैर नहीं हो रहा है। 6 माह हो गए एक भी बार पंचायत मिटिंग नहीं हुई है। सरपंच झब्बूलाल साहू का कहना है कि पंचायत सचिव के संबंध में 4 बार लिखित रूप से शिकायत एवं 10 से भी अधिक बार मौखिक से जिला पंचायत सीईओ को बोला जा चुका है। उसके बाद भी सचिव का स्थानांतरण नहीं किया गया है। आवेदन देने के 48 घण्टे के भीतर सचिव का स्थानांतरण कर किसी अन्य सचिव को पदस्थ नहीं किया गया तो जिला पंचायत बलौदाबाजार के सामने आत्मदाह करने पर मजबूर हो जाउंगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी जिला सीईओ की होगी।