शुक्रवार के इस हत्याकांड पर पत्रिका ने शनिवार को ही बता दिया था कि बेटे की भूमिका संदिग्ध है। बलौदाबाजार पुलिस के खुलासे में ये बात सही साबित हुई। मीडिया से बातचीत में पुलिस ने बताया, शुक्रवार सुबह कुमारी वर्मा ने अपने पति चिंतामणि वर्मा (66) की हत्या कर रिपोर्ट दर्ज कराई। उसने बताया कि सुबह 5.30 बजे घर की बाड़ी में उसे उसके पति मृत मिले। उनके सिर पर गंभीर चोटें थीं। पुलिस शिकायत दर्ज कर इन्वेस्टिगेशन में जुट गई।
शव की जांच में पता चला कि सिर की दाईं तरफ और ठुड्डी में गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद शिकायतकर्ता कुमारी के साथ पंचजन मनोज वर्मा, संजय कुमार वर्मा, किरीत राम वर्मा से पूछताछ की गई। सभी ने बताया कि जितेंद्र कर्ज से लदा था। इसी बीच पिता चिंतामणि की जमीन एक प्लांट में आ गई थी।
जमीन बेचकर उन्हें करोड़ों रुपए मिलते। जितेंद्र जमीन बेचकर कर्ज लौटाना चाहता था। ऐसे में वह लगातार अपने पिता पर जमीन बेचने का दबाव बनाता रहा। पिता इस बात पर राजी नहीं थे। ऐसे में वह हमेशा उन पर गुस्सा रहता था। इस बयान के बाद जितेंद्र को पकड़कर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। गिरफ्तार कर उसे न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
खुलासे में इनका योगदान टी आई अजय झा, एसआई एलआर राजपूत, एएसआई सीआर साहू, हैड कॉन्सटेबल समीर शुक्ला, अमोल सिंह कंवर, कॉन्स्टेबल अकरम खान, देवलाल निराला, नरेन्द्र पटेल समेत एफएसएल यूनिट और डॉग स्क्वॉड ने इस केस को 10 घंटे के भीतर सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
प्लान… पिता के उठने से पहले बाड़ी में छिप गया
पुलिस की पूछताछ में हत्यारे जितेंद्र ने बताया, हत्या की प्लानिंग उसने पहले ही बना ली थी। वह बस अच्छे मौके का इंतजार कर रहा था। शुक्रवार सुबह वह अपने पिता के उठने से पहले ही बाड़ी में छिपकर बैठ गया था। सुबह करीब 5.30 बजे चिंतामणि फ्रेश होने के लिए बाड़ी के आखिरी छोर में बने शौचालय की ओर निकले। यहां गुप अंधेरा था। जितेंद्र ने इसी अंधेरे का फायदा उठाया। पास ही पड़ी टाइल्स उठाकर अपने पिता पर पीछे से हमला कर दिया। सिर और ठुड्डी पर कई ताबड़तोड़ वार किए। कंधे पर थी। इस घातक हमले में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
लाश को घसीटकर शौचालय से टिकाया, फिर मॉर्निंग वॉक जितेंद्र ने बताया कि पिता को मारने के बाद वह उनकी लाश को घसीटते हुए शौचालय के पास ले गया। यहां पिता की बॉडी को शौचालय की दीवार से टिकाकर वह मॉर्निंग वॉक पर निकल गया। जांच के दौरान पुलिस को बाड़ी से खून लगा वह कपड़ा मिल गया है जिसे हत्या के बाद हाथ पोंछने के लिए इस्तेमाल किया गया था। इसके अलावा खून लगी एक बाल्टी भी मिली है जिसका इस्तेमाल संभवत: खून से सने हाथ-पैर धोने के लिए किया गया था। लोकल पुलिस के अलावा डॉग स्क्वॉड और एफएसएल टीम भी घटना स्थल पर जांच के लिए पहुंची थी। पुलिस के हत्यारे जितेंद्र के खिलाफ धारा 302 के तहत अपराध दर्ज किया है।