इंडियन इंटरनेशल स्कूल के स्टॉफ ने छात्र से किया ऐसा काम जिसे सुन चौक जाएंगे आप यह भी कहा कि वे बच्चे को स्कूल भेजें। दरअसल, राणा शुक्रवार को शहर के निरीक्षण के दौरान मुंशी इस्माइल वार्ड पहुंचे थे। उन्होंने एक बच्चे कचरा उठाते देखा। बच्चे से नाम पूछने के बाद उसने अपना नाम राजेश और पिता रामचरण सोनी बताया। इसके बाद कलेक्टर ने बच्चे के माता-पिता से दिन में कमाई का हाल-चाल जान।
पढऩे का ऐसा हौसला कि उफनती नदी पार कर हर दिन बच्चे जाते हैं स्कूल इस दौरान कलक्टर ने बालक के माता-पिता को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना या अन्य योजनाओं से लाभान्वित करने को कहा। इसी तरह अन्य बच्चों का सर्वे करने के साथ-साथ बच्चों के पालकों को जागरूक कर बच्चों को नियमित स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करने के निर्देश एसडीएम सचिन भूतड़ा को दिए।
कुंए में गिरी दो मासूम बेटियां, बचाने मां ने भी लगा दी छलांग… जानिए क्या हुआ आगे राणा ने शहर की नियमित साफ-सफाई रखने, आमजनों को स्वच्छता जागरूक करने, दिव्यांगजनों के पुनर्वास के लिए भवन के लिए स्थल चिन्हित करने, सामाजिक आर्थिक सुरक्षा योजना के तहत वृद्धा पेंशन देने, बीएमओ, आरआई को समन्वय कर दिव्यांगों को चिकित्सा प्रमाण-पत्र शिविर लगाकर शत-प्रतिशत प्रदान करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित आश्रम एवं छात्रावासों में मूलभूत सुविधा उपलब्ध कराने, प्री व पोस्ट मैट्रिक कन्या छात्रावासों का निरीक्षण, सुरक्षा व्यवस्था के लिए महिला-बाल विकास के परियोजना अधिकारी तथा अन्य महिला अधिकारी का दल बनाकर निरीक्षण जांच प्रतिवेदन एसडीएम को प्रस्तुत करने कहा। नगर पालिका में स्पोटर््स काम्पलेक्स बनाने के लिए जगह चिन्हित कर कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश उपअभियंता लोक निर्माण संदीप चौबे को दिए।