घटना शनिवार की है। रायपुर में मंदिर हसौद से एक टैंकर डीजल भरकर जांजगीर-चांपा की ओर जा रहा था। गाड़ी पामगढ़ में रहने वाले छेदीलाल पटेल (58) चला रहे थे। कोरबा में रहने 22 साल के कान्हा वैष्णव बतौर हेल्पर इसमें मौजूद थे। जबकि, जांजगीर के बलराम कश्यप ने घर जाने के लिए लिट लिया था। वे ड्राइवर के परिचित थे।
रात करीब 9 बजे पलारी से 10 किमी आगे यह ट्रेलर हादसे का शिकार हो गया। पुलिया के पास मोड़ पर ट्रेलर जैसे ही मुड़ा, सामने आधी सड़क घेरकर खड़ी ट्रेलर से जा टकराया। डीजल से लबालब भरे टैंकर ने तुरंत आग पकड़ ली। तीनों लोग अंदर ही जलकर खाक हो गए। मौके पर पहुंची फॉरेंसिक टीम को मृतकों की अस्थियां तलाशने में काफी परेशानी हुई। घंटों मशक्कत के बाद कुछ अवशेष मिले, जिन्हें डीएनए जांच के लिए लैब भेजा गया है।
पूरे बलौदाबाजार में मौत को दावत दे रही अवैध पार्किंग
सड़क किनारे भारी गाड़ियों की अवैध पार्किंग से पहले भी हादसे होते रहे हैं। पत्रिका ने लगातार इस पर खबरें भी छापी। 29 नवंबर को पत्रिका ने ‘बड़े धोखे हैं इस राह में’ हैडिंग से खबर छापी थी।इससे पहले भी छपी कुछएक खबरों पर प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए बलौदाबाजार शहर के बाईपास को पार्किंग बनाकर गाड़ी खड़ी करने वालों पर कार्रवाई की थी। हालांकि, इसका कोई खास असर देखने नहीं मिला। सड़कों का दोबारा से वही हाल है। शहर से इतर जिलेभर में भी यह देखने आता है कि सड़कों के किनारे हैवी गाड़ियां घंटों खड़ी की जाती हैं। कई बार रात के अंधेरे में यही गाड़ियां हादसों का कारण बनती हैं। इस वजह से पहले भी कई लोगों की जान जा चुकी है। जिले की सड़कों पर इन भारी गाड़ियों की रतार पर भी कोई लगाम नहीं है। कई जानें लीलने वाली इन मनमानियों पर पुलिस का कोई कंट्रोल नहीं है।
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साढ़े 3 घंटे तक फेरे मारती रही दमकल
एक्सीडेंट के बाद डीजल के टैंकर से आग की जो लपटें निकलीं, उसे 500 मीटर दूर से भी देखा जा सकता था। ब्लास्ट के अंदेशे को देखते हुए आसपास मौजूद लोग अपनी गाड़ियों को जितनी दूर ले जा सकते थे, ले गए। इससे दोनों ओर गाड़ियों का लंबा जाम लग गया। सूचना पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची। आग पर काबू पाने में दमकल ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन लपटें बढ़ती ही जा रहीं थीं। ऐसे में कई बार दमकल के टैंकर का पानी भी खत्म हो गया। रात 9.30 से 1 बजे के बीच दमकल की गाड़ियों ने पानी भरने के लिए घटना स्थल से पलारी तक कई फेरे मारे, तब कहीं जाकर आग पर काबू पाया जा सका।
रात में आग की लपटें इतनी तेज थीं कि यह तक पता नहीं चल पा रहा था कि हादसे वाली जगह पर दो गाड़ियां एकसाथ जल रहीं हैं। सुबह आग बुझने के बाद साफ हुआ कि ऑइल टैंकर ने आधी सड़क घेरकर खड़ी ट्रेलर को पीछे से टोकर मारी थी।
ट्रेलर चालक के खिलाफ मामला दर्ज किया है। वह ब्रेक डाउन होने पर गाड़ी को सड़क किनारे खड़ी करने की बात कह रहा है। यातायात नियमों का पालन नहीं करने की वजह से उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। – धीरज नाथ दुबे, टीआई, पलारी