CG Road Accident: बलौदाबाजार में सड़कों की मरम्मत भूला विभाग
CG Road Accident: यातायात विभाग के ही अफसरों की मानें तो ज्यादातर हादसों की वजह खराब सडकें हैं। इस पर भी लोग लापरवाही से गाड़ी चलाते हैं। इस वजह से ज्यादा जानों पर संकट पदा होता है। हैवी गाड़ियों के भार से लहर बन चुकी सड़कों पर थोड़ी भी रफ्तार मौत को सीधा न्यौता देता है क्योंकि बेकाबू गाड़ी को संभालना तक और मुश्किल हो जाता है जब यह लहराने लगती है। कुछ ऐसा ही हाल हम
बलौदाबाजार से भाटापारा जाते वक्त देखते हैं। 24 किलोमीटर के इस मेन रोड पर सड़क कई जगहों पर एक ओर से बुरी तरह दब गई है।
CG Road Accident: सड़कों की खराब स्थिति बनी गंभीर चिंता
कुकुरदी मोड़ से आगे बढ़ने पर यह सड़क ऐसी लगती है जैसे जीवन और मौत के बीच का एक खतरनाक पुल हो। यहां दोपहिया वाहन चलाना किसी मौत के कुएं में बाइक चलाने से कम खतरनाक नहीं है। बारिश के दिनों में जब ये नालीनुमा गढ्डे पानी से भर जाते हैं, तब सड़क की गहराई का पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इससे भी राहगीर हादसों का शिकार होते हैं। पीडब्ल्यूडी के अफसर हैं, जिनके कानों में जूं रेंगने का नाम नहीं लेती। हादसों की बढ़ती संख्या और
सड़कों की खराब स्थिति गंभीर चिंता बन गई है। प्रशासन ने समय रहते इस समस्या का हल न निकाला, तो सड़क पर यात्रा करना लोगों के लिए जीवन-मृत्यु का खेल बना रहेगा।
मरम्मत के लिए ट्रैफिक पुलिस ने भी लिखा पत्र
ट्रैफिक पुलिस ने 15 अक्टूबर को पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखकर सड़क की मरम्मत के लिए अनुरोध किया है। लेकिन, फिर सवाल यही है कि क्या यह उपाय काफी है? यह सच है कि बलौदाबाजार-भाटापारा मार्ग पर ओवरलोड वाहनों की आवाजाही जैसे रेत से भरे ट्रक और सीमेंट संयंत्रों की भारी मशीनें इस सड़क की बुरे हालात के मुख्य कारण हैं। रायगढ़-कोरबा रूट खतरा
रायगढ़, कोरबा और जांजगीर चांपा जैसे औद्योगिक शहरों से चौबीसों घंटे आने वाली भारी गाड़ियां भी बलौदाबाजार की सड़कों पर ट्रैफिक दबाव बढ़ने का बड़ा कारण हैं। इन गाड़ियों के साथ विद्यार्थी, व्यापारी और आम लोग भी इस रोड से गुजरते हैं। कुकुरदी बायपास से लेकर भाटापारा तक की सड़क की स्थिति बहुत खराब है।