मिली जानकारी के अनुसार, गांव के पुनाराम साहू ने 28 सितंबर 2021 को पहली बार भ्रष्टाचार की शिकायत की थी। इसमें उनसे बताया था कि सरपंच ने लक्ष्मी ट्रेडर्स के भोलाराम वर्मा को 4 लाख का भुगतान किया था। सरपंच-सचिव ने ऑन रेकॉर्ड बताया कि प्राइमरी-मिडिल स्कूल में निर्माण हो रहा है। इसी के लिए खरीदी गई सामग्री का भुगतान है। जबकि, हकीकत में ऐसा कोई निर्माण ही नहीं हुआ है।
इसी तरह सरपंच-सचिव ने कोरोनाकाल में अप्रवासी मजदूरों के भोजन में भ्रष्टाचार किया। 106 अप्रवासी मजदूरों को 14 दिन तक 60 रुपए प्रति थाली के हिसाब से खाना खिलाया गया। टोटल हिसाब बन रहा था 89 हजार। सरपंच-सचिव ने 1.93 लाख निकाल लिए। मतलब 1.04 लाख का शुद्ध भ्रष्टाचार। 2021 में शिकायत के बाद लंबे समय तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसके बाद पुनाराम ने दोबारा एसडीएम से शिकायत की।
यह भी पढ़ें