डीईओ, बीईओ और एसडीएम पहुंचे गांव
स्कूल में तालाबंदी की सूचना पर जिला शिक्षा अधिकारी, विकासखंड शिक्षा अधिकारी व एसडीएम प्रतिमा ठाकरे भी गांव पहुंचे। बच्चों और ग्रामीणों के साथ शिक्षकों पर चर्चा की। स्कूल भवन निर्माण शासन स्तर का मामला है, लेकिन संस्कृत व वाणिज्य विषय के शिक्षकों की नियुक्ति करने की बात कहने पर ग्रामीणों ने आंदोलन समाप्त कर दिया। यह भी पढ़ें
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बिना वर्क ऑर्डर के विधायक ने कर दिया था भूमिपूजन
ग्राम पीपरछेड़ी में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन जर्जर हो गया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्कूल भवन निर्माण के लिए 1 करोड़ 21 लाख रुपए की स्वीकृति दी थी। विधायक संगीता सिन्हा ने इसके लिए भूमिपूजन भी कर दिया था, लेकिन भवन निर्माण का वर्क ऑर्डर भी नहीं हुआ था। जानकारी मिल रही है कि शासन से राशि ही नहीं आई है।सुबह 10 बजे से लगा ताला दोपहर 2 बजे खुला
आंदोलन सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक चला। पहले जिला शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने कहा कि हमें स्कूल भवन चाहिए। सरकार आखिर क्यों बनने नहीं दे रही है। स्कूल भवन बनाने के नाम पर पुराना भवन तोड़ा गया। अब नया भवन बनाने कोई सुध नहीं ली जा रही है। यह भी पढ़ें