एसडीएम जांच के लिए पहुंचे
इस घटना के बाद गांव में मातम है। मासूम बेटे की मौत के बाद मां बेसुध हो गई है। परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर इंद्रजीत चंद्रवाल ने पांच सदस्यीय जांच टीम गठित की है। इधर एसडीएम शिवनाथ बघेल जांच के लिए बुधवार को ग्राम भेड़ी पहुंचे। उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका से भी पूछताछ की।
सवालों के घेरे में है आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका
मासूम बच्चे के नाली में बहने से मौत के मामले में आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता व सहायिका सवालों के घेरे में है। मासूम आंगनबाड़ी केंद्र आया तो उसे बाहर किसने जाने दिया। आंगनबाड़ी से निकला तो उनकी नजर क्यों नहीं गई। उन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
एक दिन पहले ही आंगनबाड़ी में भर्ती हुआ था
मां ने अपने बेटे को एक दिन पहले ही आंगनबाड़ी केंद्र में भर्ती कराया था। दूसरे दिन आंगनबाड़ी केंद्र में पढऩे गया तो यह घटना घट गई।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका बच्चों को नहीं पहुंचाते घर
जिले के कई आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जहां लापरवाही चलती है। कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तो समय पर केंद्र भी नहीं खोलते हैं और कई जगह खाना खिलाने के बाद बच्चों को घर जाने कह दिया जाता है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका भी उसे घर तक छोडऩे नहीं जाते हैं।
केंद्र से बच्चों को सुरक्षित घर भी पहुंचाना है
जिला महिल बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चे आए हैं तो उसे सही सलामत उनके घर तक छोडऩा भी है। आंगनबाड़ी केंद्र को समय पर खोलना और बंद करना होता है। कहीं से भी लापरवाही बरतने की जानकारी मिलेगी तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मासूम के परिजन को मिलेगा चार लाख मुआवजा
डौंडीलोहारा के ग्राम भेंड़ी में 3 साल के नैतिक सिन्हा के नाली में बहने से हुई मौत के मामले में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भुनेश्वरी सिन्हा व कार्यकर्ता शीत बाई को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई जिला महिला बाल विकास कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन ने की। डौंडीलोहारा तहसीलदार गोविंद सिन्हा ने कहा कि दुर्घटना में शासन के नियम आरबी 6/4 के तहत मृत व्यक्ति के परिजनों को 4 लाख का मुआवजा दिया जाएगा। मुआवजा प्रकरण तैयार किया जा रहा है। कलेक्टर के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जा रही है।