अध्यक्ष डीएस देशमुख ने बताया कि शाला संचालन में आने वाली परेशानियों पर कलेक्टर को ध्यानाकर्षण कराया गया है। शाला में केजी वन से लेकर कक्षा 12वीं तक कक्षाएं संचालित हैं, जहां कुल 720 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। कुल 40 कर्मचारियों के पद स्वीकृत हैं, जिसमे 26 कर्मचारी ही कार्यरत हैं। वर्तमान में 14 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। पिछले सत्र में कक्षा 10वीं एवं 12 वीं का परीक्षा परिणाम जिलेभर में उत्कृष्ट रहा है। विषय
शिक्षकों की कमी के कारण अध्यापन व्यवस्था में छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शासन से राशि उपलब्ध नहीं होने के कारण पिछले वर्ष तक परीक्षा संचालन एवं खेलकूद जैसे कार्यों में कठिनाइयां हो रही है।
गौशाला समिति भूमि स्कूल को देने तैयार
रविप्रकाश पांडेय ने बताया कि पिछले सत्र में इस संस्था से फुटबॉल में एक विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर पर भाग लिया था। इस सत्र में भी टेबल टेनिस में राष्ट्रीय स्तर पर एक छात्र का चयन हुआ है। शाला में
छात्र-छात्राओं के लिए खेल मैदान उपलब्ध नहीं है। परकोटे से लगे हुए शासकीय भूमि पर गौशाला संचालित है।
गौशाला समिति से चर्चा करने पर भूमि स्कूल को देने सहमत हैं। उस भूमि के बदले गोशाला समिति को ग्राम आंवराभाठा में शासकीय भूमि आवंटित करने की मांग शासन प्रशासन से की। इस दौरान पुरुषोत्तम देशमुख, कुलदीप कत्याल, महेश पाठक, बीर सिंह साहू, सुनीता मनहर, प्रतिमा यादव, जबराम निर्मलकर आदि शामिल रहे।